दक्षिण अमेरिकी टीमों के खिलाफ खेलने से काफी आत्मविश्वास मिला : मनीषा कल्याण

कोच्चि, 3 जनवरी (हि.स.)। भारतीय महिला फुटबॉल टीम की फॉरवर्ड खिलाड़ी मनीषा कल्याण का मानना है कि एएफसी महिला एशियाई कप के तहत दक्षिण अमेरिका में तकनीकी रूप से बेहतर टीमों के खिलाफ खेलने से टीम में काफी आत्मविश्वास पैदा हुआ है।

एआईएफएफ की विज्ञप्ति के अनुसार मनीषा ने कहा, “उन टीमों के खिलाफ खेलना वास्तव में हमारे लिए एक अनूठा अनुभव था। ये ऐसी टीमें हैं जिनमें ऐसे खिलाड़ी हैं जो तकनीकी रूप से हमसे बेहतर हैं, और उनके खिलाफ खेल की गति को बनाए रखना अविश्वसनीय रूप से कठिन था।”

उन्होंने कहा, “हमें एक साथ रहना था और एक इकाई की तरह लड़ना था, और मुझे लगता है कि हमने उन तीन मैचों में खुद का अच्छा हिसाब दिया। इससे हमें दिन के अंत में बहुत आत्मविश्वास मिला। अब हम जानते हैं कि गुणवत्ता की परवाह किए बिना हम जिस भी विरोधी का सामना करेंगे, हम सब एक साथ लड़ सकते हैं और अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। एकजुटता की भावना ने वास्तव में एशियाई कप से पहले सभी को उत्साहित किया है।”

अपने 20वें जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले, मनीषा ने ब्राजील के खिलाफ एक यादगार गोल किया था, जो भारत की किसी महिला फुटबॉलर द्वारा दुनिया की शीर्ष 10 रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ पहला गोल था।

मनीषा ने कहा, “निश्चित रूप से यह एक विशेष क्षण था। मैं हमेशा ब्राजीली टीम की प्रशंसक रही हूं। मैं रोनाल्डिन्हो को देखकर बड़ी हुई हूं और नेमार और ब्राजील की फुटबॉल की शैली ने मुझे हमेशा आकर्षित किया है।”

उन्होने कहा, “यह एक बड़ा क्षण था, लेकिन यह सिर्फ अंत नहीं है। मुख्य उद्देश्य अभी भी फीफा महिला विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना है। और साथ ही मैं अपने देश के लिए और अधिक गोल करना चाहती हूं।”

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