काबुल से जाने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा था : अशरफ गनी

काबुल, 31 दिसंबर (हि.स.)। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि काबुल से जाने के सिवाय उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था।

गनी ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत में कहा कि उनके सलाहकार ने उन्हें यह निर्णय लेने के लिए बहुत कम समय दिया था। साथ ही उन्होंने खुद पर लगे उन आरोपों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि वह अफगानिस्तान से धन लेकर भागे थे।

उन्होंने बताया कि उस दिन सुबह उन्हें इस बात का आभास तक नहीं था कि वह दोपहर तक देश छोड़कर चले जाएंगे।

इससे पहले अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने इस महीने की शुरुआत में दिए गए एक साक्षात्कार में कहा था कि गनी के अचानक देश छोड़कर चले जाने से सरकारी वार्ताकारों के तालिबान के साथ बातचीत के अवसरों पर पानी फिर गया।

उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को तालिबान ने राजधानी काबुल सहित पूरे देश पर नियंत्रण कर लिया था। उन्होंने राष्ट्रपति भवन पर भी पूरी तरह से कब्जा कर लिया था।

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