बेगूसराय, 23 दिसंबर (हि.स.)। बिहार की सांस्कृतिक राजधानी बेगूसराय में एक बार फिर नाटकों का तीन दिवसीय उत्सव होने जा रहा है। भारत के प्रथम सीडीएस विपिन रावत सहित सेना के हेलीकॉप्टर हादसा के शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 से 27 दिसंबर तक यह नाट्य महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। बेगूसराय जिला मुख्यालय के दिनकर कला भवन में नाट्य संस्था सोशल एंड कल्चरल वेलफेयर आर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित यह त्रिदिवसीय नाट्य महोत्सव 25, 26 एवं 27 दिसंबर को प्रतिदिन संध्या साढ़े छह बजे से होगा।
संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ रंगकर्मी मो. फैयाजुल हक ने बताया कि पहले दिन शनिवार की संध्या साढ़े छह बजे से संजय राज द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक ”एडम एंड ईव” की प्रस्तुति से नाट्य महोत्सव की शुरुआत होगी। नाटक ”एडम एंड ईव” एक पारिवारिक कहानी है, जिसमें पति-पत्नी के संबंध में प्रेम और विश्वास कि डोर कमजोर होने पर मन में जब शंका का भ्रम बन जाता है। इससे वह परस्पर एक-दूसरे से खिन्न होकर अन्य लोगों की बातों पर विश्वास कर बाद-विवाद में फंसता चला जाता है। इसका समाधान यदि पति-पत्नी आपसी तालमेल से नहीं करता है तो निश्चित ही यह संबंध टूट जाता है, फिर बच्चों के भविष्य पर गहरा असर पड़ता है, बच्चों का रख-रखाव भी अस्त-व्यस्त हो जाता है। दूसरे दिन 26 दिसंबर रविवार की संध्या निर्धारित समय पर संजय राज द्वारा लिखित एवं निर्देशक नाटक ”आइसोलेशन” एक 75 से 80 साल के बुजुर्ग की कहानी है। जब कोई मां-बाप अपने बच्चे को नौकरी-पेशा हेतु बेहतर भविष्य निर्माण के लिए बाहर भेजता है तो अकेला बुजुर्ग की क्या हालत होती है। किन-किन समस्याओं का उन्हें सामना करना पड़ता है, यही दर्शाया गया है ”आइसोलेशन” में।
महोत्सव के अंतिम दिन 27 दिसंबर सोमवार की संध्या सक्रिय युवा रंगकर्मी इम्तियाजुल हक डब्लू द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक ”देख तमाशा” का मंचन होगा। यह नाटक ”देख तमाशा” वर्तमान शासन व्यवस्था पर करारा व्यंग्य है तथा समाज और देश में व्याप्त कुरीतियों पर करारा प्रहार किया गया है। मंचन के दौरान देश में व्याप्त समस्या बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, पुलिस प्रशासन की हालात, किसानों की समस्या तथा बलात्कार जैसे विषयों को कथा कोलाज के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। पूर्व विधान परिषद सदस्य-सह-अभिनेता भूमिपाल राय के मार्गदर्शन में होने वाले महोत्सव का प्रचार-प्रसार सहित अन्य तैयारी के साथ ही कलाकारों ने पूर्वाभ्यास को अंतिम रूप दे दिया है।