ढाका, 09 दिसंबर (हि.स.)। पनबिजली परियोजनाओं द्वारा अपने देश में स्वच्छ ऊर्जा के विकास के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत से सहयोग मांगा है। इस दिशा में हसीना ने नेपाल और भूटान से भी सहयोग लेने का सुझाव दिया है।
शेख हसीना ने बुधवार को ढाका में भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से मुलाकात के दौरान यह बात कही। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के 15 से 17 दिसंबर के बीच बांग्लादेश दौरे से पहले श्रृंगला वहां गए हुए हैं। बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रपति कोविन्द मुख्य अतिथि होंगे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के प्रेस सचिव एहसानुल करीम के अनुसार मुलाकात में दोनों देशों के सहयोग वाली परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि नेपाल और भूटान में पनबिजली के उत्पादन से बांग्लादेश और भारत लाभान्वित हो सकते हैं। हालांकि बांग्लादेश के 99 प्रतिशत इलाकों में बिजली है लेकिन वह स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहती हैं। सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना चाहती हैं। बातचीत में श्रृंगला ने सिलीगुड़ी-पार्वतीपुर, ढाका-सिलीगुड़ी और ढाका-जलपाईगुड़ी रेलसेवा फिर से शुरू करने पर जोर दिया।
श्रृंगला ने इस दौरान बांग्लादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुभकामना संदेश दिया। बांग्लादेश अपने स्वतंत्रता दिवस को विजय दिवस के रूप में मनाता है। भारत ने छह दिसंबर, 1971 को बांग्लादेश को मान्यता दी थी। इस दिन को दोनों देश मैत्री दिवस के रूप में मनाते हैं। प्रधानमंत्री के सरकारी आवास में हुई बैठक में बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम कुमार दुरईस्वामी और विदेश मंत्रालय में नीतिगत मामलों के सलाहकार अशोक मलिक भी मौजूद थे।