भोपाल, 08 दिसंबर (हि.स.)। सीडीएस जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में उनका निधन हो गया। इस हादसे में उनकी धर्मपत्नी मधुलिका की भी मौत हो गई। दोनों के अलावा हेलीकॉप्टर में सवार अन्य 11 लोग भी इस हादसे के शिकार हुए हैं।
जनरल रावत का मध्य प्रदेश से गहरा नाता रहा है। उनकी पत्नी मधुलिका रावत प्रदेश के रीवा राजघराने के बेटी थीं। दरअसल, बिपिन रावत की वर्ष 1986 में रीवा राजघराने से ताल्लुक रखने वाले मृगेंद्र सिंह की मंझली बेटी मधुलिका सिंह से शादी हुई थी। मधुलिका के पिता कांग्रेस से सोहागपुर से 1967 और 1972 में दो बार विधायक रहे। परिवार की मानें तो मधुलिका 2012 में अंतिम बार शहडोल आई थीं। हादसे की जानकारी लगते ही मधुलिका के भाई यशवर्धन भोपाल से दिल्ली रवाना हो गए। यशवर्धन ने बातचीत में बस इतना कहा कि जो हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है, उसमें दीदी और जीजाजी सवार थे। अभी ज्यादा कुछ हमें भी पता नहीं है।
बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत तीन महीने पहले दतिया आए थे। उन्होंने यहां शक्तिपीठ मां पीतांबरा के दर्शन कर भगवान वनखण्डेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया था। जनरल रावत का पूरा कार्यक्रम गोपनीय रखा गया था। उन्होंने 6 घंटे यहां बिताए थे। इस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया था।
इससे पहले जनरल रावत दो साल पहले इंदौर के महू में सेना की दो साल में होने वाली कमांडर कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए थे। वे सैन्य संग्रहालय भी पहुंचे थे और यहां एंटी टैंक मिसाइल का अवलोकन किया था। अधिकारियों द्वारा इन्फैंट्री में आधुनिकीकरण से जुड़े मुद्दों, प्रशिक्षण, मानव संसाधन विकास एवं भविष्य के दृष्टिकोण पर विचार-विमर्श किया गया था।
हेलीकॉप्टर हादसे की जानकारी लगते ही शहडोल जिले में शोक की लहर दौड़ गई। बिपिन रावत का ससुराल शहडोल के सोहगपुर में है। मधुलिका के पिता मृगेंद्र सिंह सोहागपुर क्षेत्र के इलाकेदार थे। घटना के बाद सेना के अधिकारियों ने स्वजनों को शहडोल से दिल्ली बुला लिया है। सीडीएस बिपिन रावत के छोटे साले हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि अभी दशहरा के समय उनकी दीदी और जीजा बिपिन रावत से मुलाकात हुई थी। वे जनवरी में शहडोल आने वाले थे और उन्होंने कहा था कि वो शहडोल को एक सैनिक स्कूल देना चाहते हैं।