अगरतला, 08 दिसम्बर (हि.स.)। प्रतिबंधित एनएलएफटी (बिश्वमोहन समूह) के तीन सक्रिय सदस्यों और मणिपुर के केवाईकेएल उग्रवादी समूह के एक सक्रिय कैडरों ने आज त्रिपुरा में बीएसएफ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
आत्मसमर्पण करने वाले एनएलएफटी कैडरों में से एक त्रिपुरा में सीमा पर गश्त कर रहे आरसी नाथ बीओपी के दो बीएसएफ जवान की हत्या में शामिल बताया गया है। तीन अगस्त को आतंकी और उसके साथी ने बीएसएफ जवानों की हत्या कर उनके हथियार लेकर फरार हो गए थे। बीएसएफ ने आज आत्मसमर्पण करने के बाद कैडरों को पुलिस के हवाले कर दिया है।
बीएसएफ त्रिपुरा फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि आज एनएलएफटी (बिश्वमोहन समूह) के तीन सक्रिय सदस्यों और मणिपुर में केवाईकेएल उग्रवादी समूह के एक सदस्य ने उत्तरी त्रिपुरा जिला के पानीसागर में बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय में आत्मसमर्पण किया है। अधिकारी के अनुसार, एनएलएफटी के उग्रवादियों सुकु चंद्र देबबर्मा, देबा मोहन त्रिपुरा, पंखीचन और मणिपुर के केवाईकेएल उग्रवादी समूह का कैडर विद्यानंद ने आज आत्मसमर्पण किया है।
उन्होंने आगे कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों से पूछताछ में पता चला है कि सुकु चंद्र देबबर्मा और सरुज देबबर्मा ने तीन अगस्त को सीमा पर गश्त के दौरान आरसी नाथ बीओपी के जवान एसआई भुरू सिंह और कांस्टेबल राजकुमार की हत्या कर हथियार लेकर भाग गए थे। ऐसे में आज आत्मसमर्पण के बाद सुकु चंद्र देबबर्मा को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस उसके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करेगी।