लखनऊ, 07 दिसम्बर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश सरकार के सोच लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री व सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सपा-बसपा ने प्रदेश के साथ छल किया है। बड़े-बड़े वादे करके 2012 में सपा सत्ता में आई लेकिन उसने प्रदेश में अराजकता फैलाइ, लूट, भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। कानून व्यवस्था को बंधक बनाकर रखा गया।
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव ने लैपटॉप दिया है लेकिन युवाओं को नौकरियां चाहिए। ग्रामीण इलाकों में युवाओं के लिए कोई नीति नहीं थी। 2017 में जब भाजपा की सरकार आती है तब ग्राम स्वराज की परिकल्पना पर जोर दिया गया। जब हमारी सरकार आई तब प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर थी। योगी सरकार ने इसलिए एक जनपद एक उत्पाद की घोषणा की। इससे प्रदेश में निर्यात को बढ़ावा मिला। 2017 में 88 हजार 968 करोड़ का था। अब एक लाख 20 हजार 356 करोड़ का निर्यात हो जाता है।
विश्वकर्मा के नाम से वोट तो लिया लेकिन इनके लिए कोई योजना नहीं शुरू की। इन सब को केंद्र सरकार की मुद्रा योजना से जोड़ा गया। ढाई लाख करोड़ का ऋण वितरण किया गया है। दो लाख 60 हजार लोगों को नौकरियां मिली है। प्रदेश में बेरोजगारी की दर पांच प्रतिशत रह गई है। पहले बेरोजगारी की दर 18 प्रतिशत थी। पांच लाख युवाओं को स्टार्टअप शुरू कराया गया। दो हजार 35 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। दिव्यांगजनों के लिए कोई नीति नहीं थी। अनुसूचित जाति के लिए कोई नीति नहीं थी।
प्रदेश को आगे बढ़ने के लिए एमएसएमई रीढ़ की हड्डी बनती है। इसके बगैर उद्योग आगे नही बढ़ सकता। हमारी सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र में काम किया है। यही कारण है कि 85 लाख नई यूनिट को खड़ा किया गया।
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि आज यही कारण है कि एक बार फिर से भाजपा अपनी सरकार बना रही है।अखिलेश और जयंत की संयुक्त रैली पर बोलते हुए कहा कि 2017 में भी बड़ा दल के साथ आये थे। दो भाई बन गए थे। जनता इन लोगों को समझ चुकी है।
काशी में कैबिनेट बैठक पर कहा यह पहली बार होगा। काशी में कॉरिडोर बनने बनकर तैयार हो रहा है। इसका उद्धघाटन प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। कैबिनेट बैठक करके बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेंगे। जेएनयू मामले पर कहा कि देश के किसी कोने से कोई प्रयास कर ले राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनेगा। काशी में मस्जिद को गेरुआ रंग से रंगे जाने के मामले पर कहा कि जिन्हें गेरुआ रंग से नफरत है, वह सूरज को देखना बंद कर दे।