प्रत्येक जिले में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल देगी सरकार : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी ने दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाले विशिष्ठ लोगों और संस्थाओं को बांटे राज्य स्तरीय पुरस्कार

-पैराओलम्पिक में सफलता इस बात को प्रदर्शित करती है कि थोड़ा भी प्रात्साहन कर दिया जाए तो दिव्यांगजन अपनी प्रतिभा का लाभ राष्ट्र को दे सकते हैं: मुख्यमंत्री

लखनऊ, 03 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर प्रत्येक जिले में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल दिये जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों की प्रतिभा को निखारने और उनकी ऊर्जा को राष्ट्र के निर्माण में लगाने के लिए सरकार हर प्रकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।

विश्व दिव्यांग दिवस पर डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय के अटल ऑडीटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाली संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार बांटे। उन्होंने यहां दिव्यांगजनों को उपकरण का वितरण भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों की मदद के लिए काम करने वाली संस्थाओं से पुण्य के इस काम से जुड़ते हुए मानवीय संवेदना का परिचय देने की अपील की और शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने को कहा। इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले दिव्यांग बच्चों को बधाई दी। इस फील्ड में काम कर रहीं संस्थाओं का अभिनन्दन किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह संस्थाएं बेहतरीन प्रयास कर रही हैं। किन्ही परिस्थितियों में शारीरिक व मानसिक रूप से थोड़ी भी कहीं कोई कमी रह गई है तो उस कमी को इनके प्रयास से उनकी प्रतिभा को ऊर्जा प्रदान करने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कोरोना महामारी के बावजूद देश के पैराओलम्पिक खिलाड़ियों ने टोक्यो में शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने 19 मेडल प्राप्त किए। 56 खिलाड़ियों का दल पैराओलम्पिक में भागीदार बना। राज्य सरकार ने सभी मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। पैराओलम्पिक में सफलता इस बात को प्रदर्शित करती है कि थोड़ा भी इन्हें प्राेत्साहन दिया जाए तो वे अपनी प्रतिभा का लाभ राष्ट्र को दे सकते हैं। योगी ने कहा कि वर्तमान में मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल देने की कार्रवाई को हम आगे बढ़ा रहे हैं। हर जिले में 100 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराई जाए।

तकनीक के साथ दिव्यांग जनों को जोड़ना होगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिव्यांगजनों की प्रतिभा को बहुत नजदीक से पहचाना है। भारत की ऋषि परम्परा में कौन नहीं जानता ऋषि अष्टवक्र को। वह भी तो दिव्यांग थे। लेकिन उन्होंने अपने प्रतिभा का लोहा उस कालखंड में भी मनवाया था। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 से दिव्यांगजनों की पेंशन, कुष्ठ जनों को पेंशन, कृतिम अंग, मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, दिव्यांगजनों की शादी के लिए भी सरकार धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप मुहैया कराती है। परिवहन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था, दिव्यांगजन विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण करने का भी काम सरकार ने किया है। प्रदेश सरकार ने तय किया कि भारत सरकार की तर्ज पर दिव्यांगता की कैटगरी को सात से 21 तक पहुंचाने और साथ-साथ उन्हें शासकीय सेवाओं में आरक्षण का लाभ मिल सके, इसका दायरा बढ़ाने का काम भी सरकार ने किया है।

बच्चों के सिर पर हाथ रखकर सीएम योगी ने दी बधाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग छात्र-छात्राओं की ओर से लगाए गये रंग-बिरंगे स्टॉलों को देखा। विशेष बच्चों ने अपनी प्रतिभा और हुनर को अपने स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शित किया। विशेष बच्चों से उन्होंने बातचीत की और उनको बधाई दी। मुख्यमंत्री ने सिर पर हाथ रखकर इन विशेष बच्चों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में सीएम योगी ने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरणों में ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर का वितरण कर विशेषजनों को स्वावलम्बी बनाने के लिए एक नया कदम और आगे बढ़ाया

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