नौसेना की पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी कमानों के चीफ बदले, सभी ने चार्ज संभाला

आर. हरि कुमार के नौसेना प्रमुख बनने से बड़े पैमाने पर फेरबदल करना पड़ा

  • तीनों कमानों के नए कमांडिंग-इन-चीफ का अभी तक शानदार रहा है करियर

नई दिल्ली, 30 नवम्बर (हि.स.)। एडमिरल आर. हरि कुमार के नए नौसेना प्रमुख बनने के साथ ही देश की पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी नौसेना कमानों को भी नए चीफ मिले हैं। तीनों कमानों के प्रमुखों ने मंगलवार को फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। दरअसल, नौसेना प्रमुख बनने से आर. हरि कुमार पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे। उनका यह पद खाली होने के बाद बड़े पैमाने पर फेरबदल करना पड़ा है।

नौसेना स्टाफ के 25वें प्रमुख बने एडमिरल आर. हरि कुमार अब तक पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे। उन्होंने आज ही दोपहर को नौसेना स्टाफ चीफ का कार्यभार संभाला है। पश्चिमी नौसेना कमान का फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनाकर वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह को पूर्वी नौसेना कमान से भेजा गया है। पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) ने वाइस एडमिरल सिंह को 28 नवंबर को नौसेना बेस विशाखापत्तनम में औपचारिक परेड करके विदाई दी। उन्होंने सेरेमोनियल गार्ड का निरीक्षण किया और पूर्वी नौसेना कमान के विभिन्न जहाजों और प्रतिष्ठानों से लिए गए नौसेना कर्मियों की प्लाटून की समीक्षा की। समारोह में जहाजों, पनडुब्बियों और प्रतिष्ठानों के सभी फ्लैग ऑफिसर और कमांडिंग ऑफिसर शामिल हुए। बाद में वाइस एडमिरल एबी सिंह पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यभार संभालने के लिए मुंबई चले गए।

वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता को पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) का फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनाया गया है और उन्होंने भी कार्यभार ग्रहण कर लिया है। वाइस एडमिरल गुप्ता ने इससे पहले भी 2020 से 2021 तक ईएनसी के चीफ ऑफ स्टाफ, 2019 से 2020 तक नौसेना मुख्यालय में कार्मिक सेवा नियंत्रक और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट के रूप में कार्य किया था।उन्हें 1985 में भारतीय नौसेना में कार्यकारी शाखा में नियुक्त किया गया था। वह नेविगेशन और निर्देशन के विशेषज्ञ हैं। अपने करियर के शुरुआती वर्षों में उन्होंने पांडिचेरी-श्रेणी के माइनस्वीपर आईएनएस भावनगर, अर्नाला-श्रेणी के कार्वेट आईएनएस एंड्रोथ और राजपूत-श्रेणी के निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस रणवीर के नेविगेटिंग अधिकारी के रूप में कार्य किया। उन्होंने भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक के फ्लैग लेफ्टिनेंट के रूप में कार्य किया है।

दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले वाइस एडमिरल एमए हम्पीहोली भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट रहे हैं। इससे पहले उन्होंने नौसेना मुख्यालय में महानिदेशक नौसेना संचालन के रूप में कार्य किया। हम्पीहोली का जन्म कर्नाटक के धारवाड़ में हुआ था। हम्पीहोली को 01 जुलाई, 1985 को कार्यकारी शाखा में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। वह पनडुब्बी रोधी युद्ध के विशेषज्ञ हैं। अपने करियर के शुरुआती वर्षों में उन्होंने नीलगिरी श्रेणी के युद्धपोत आईएनएस हिमगिरी (एफ34), अभय श्रेणी के कार्वेट आईएनएस अग्रे (पी36) और गोदावरी श्रेणी के युद्धपोत आईएनएस गंगा (एफ22) पर एएसडब्ल्यू विशेषज्ञ के रूप में काम किया।

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