मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

भोपाल, 29 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित सभी जिलों में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इसका कारण नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) की पीजी काउंसलिंग का समय पर आयोजित नहीं होना है। डॉक्टरों की इस एक दिवसीय हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) के अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीना ने कहा कि आज हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इस दौरान हमारे जूनियर डॉक्टर ओपीडी और ऑपरेशन थिएटर में सेवाएं नहीं देंगे। वास्तव में यह हड़ताल नीट पीजी काउंसलिंग में हो रही देरी के कारण से की जा रही है। क्योंकि नीट पीजी काउंसलिंग समय पर नहीं होने के कारण से पीजी छात्रों की कमी हो रही है।

डॉ. मीना ने कहा कि हम सभी को दबाव में काम करना पड़ रहा है। इसलिए विरोध स्वरूप देशभर में जूनियर डॉक्टर एक दिवसीय हड़ताल पर हैं। इसी के समर्थन में राजधानी समेत प्रदेश के समस्त जूडा आज हड़ताल पर गए हैं। इस हड़ताल के दौरान बाकी डॉक्टर ओपीडी में मौजूद रहेंगे, सिर्फ जूनियर और सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर ही ओपीडी सर्विस में नहीं आएंगे, बाकी सभी जगह वार्ड और इमरजेंसी में काम पर जाएंगे।

देश की राजधानी दिल्ली में हो रही सोमवार की हड़ताल को भोपाल के जूडा ने भी अपना समर्थन दिया है। हालांकि बताया जा रहा है कि इस बीच आवश्यक चिकित्सकीय सेवाएं यथावत संचालित होती रहेंगी। इमरजेंसी सेवाओं में जूडा काम करता रहेगा।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के साथ-साथ मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात एवं अन्य ने आज ओपीडी में मरीजों का इलाज नहीं करने का निर्णय लिया है। इसका असर सुबह से ही आज देशभर में दिखाई दे रहा है। नीट पीजी की काउंसलिंग में देरी की वजह से पूरे देश मे 10 हजार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर प्रोटेस्ट कर रहे हैं। जिन्हें मई में ज्वाइन करना था और अब दिसंबर आ गया है, जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि यदि दिसंबर में तारीख दी जाती है तो जनवरी में इसमें सुनवाई होगी। ऐसे में ये पता नहीं कितना समय अभी लगेगा, इससे साल बर्बाद हो रहा है । रेजिडेंट डॉक्टर पर इसका बोझ बढ़ रहा है क्योंकि नए लोग आ नहीं रहे हैं।

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