अगरतला, 28 नवंबर (हि. स.) । त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव में विपक्ष का सफाया हो गया है। सभी संस्थायो में भाजपा के झंडे लहराए। यह कहा जा सकता है कि सत्तारूढ़ दल भाजपा ने एकाधिकार स्थापित कर लिया है। आज के मतदान के नतीजे घोषित होने के बाद से वह तस्वीर साफ हो गई है। नगर निगम ही नहीं, सभी नगर परिषद और नगर पंचायतों को भाजपा ने अपने कब्जे में ले लिया है। परिणाम केवल धर्मनगर और बिलोनिया नगर परिषद में घोषित नहीं किए गए है। हालांकि वहां भी बीजेपी आगे है।
सबसे दिलचप्स बात ये है आम चुनाव में पहली बार के लिए तृणमूल कांग्रेस और आदिवासी आधारित क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा ने खाता खोल दिया है। अंबासा पुर परिषद में तृणमूल और टिपरा मोथा ने एक-एक वार्ड जीता है। लेकिन सीपीएम बड़ा नुकसान होया और पूरे राज्य में केवल 3 वार्डों पर कब्जा करने में सफल रही। पुर निगम खाता नहीं खोल पा रहा है। हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस गायब होती जा रही है। क्योंकि सौ साल पुरानी इस पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी। इहा तक कांग्रेस को नगर निगम में भी मौका मिलता नहीं दिख रहा है।
ताजा खबर के मुताबिक नगर निगम के 51 में से 28 वार्डों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत हासिल की है। नतीजों के रुझान को देखकर लग रहा है कि बीजेपी 51 वार्डो में सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी। हालांकि सीपीएम और तृणमूल के बीच दूसरे और तीसरे स्थान के लिए मुकाबला जारी है।
अब तक 11 नगर परिषद और नगर पंचायतों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। भाजपा ने सभी नगर निकायों में भारी अंतर से जीत हासिल की है। सिर्फ पानीसागर नगर पंचायत, कैलासहर नगर परिषद और अंबासा नगर परिषद में सीपीएम ने एक-एक वार्ड जीता है।