ढाका, 12 नवंबर (हि.स.)। बांग्लादेश में गुरुवार को ग्राम परिषद चुनाव के दौरान हुई हिंसा में सात लोगों की मौत हो गई।
सबसे बड़े विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने इस चुनाव का बहिष्कार किय़ा। उनका कहना था कि विषम राजनीतिक माहौल निष्पक्ष भागीदारी को रोक रहा है। पिछले दो राष्ट्रीय चुनावों में कदाचार के व्यापक आरोप लगाए गए थे। इस राजनीतिक हिंसा ने बांग्लादेश में पिछले वोटों को प्रभावित किया है, विशेषकर ग्रामीण परिषद के चुनावों को। गुरुवार तक यह स्पष्ट नहीं हुआ था कि सत्ताधारी आवामी लीग पार्टी के कितने सदस्यों को ग्रामीण परिषद का अध्यक्ष चुना गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सत्यजीत कुमार घोष ने बताया कि मध्य बांग्लादेश के नरसिंगडी जिले के एक गांव में विरोधियों के समर्थकों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने से रोकने के लिए समूहों ने बंदूक और भाले का इस्तेमाल किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। साथ ही कम से कम 20 लोग घायल हो गए।
कॉक्स बाजार जिले के न्यूजपेपर प्रोथोम ओलो की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी कॉक्स बाजार जिले में प्रतिद्वंद्वी समूहों की झड़प में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। इस इलाके में छह अन्य घायल भी हो गए हैं। पूर्वी जिले कमिला में दो लोगों की मौत हो गई और दक्षिणपूर्वी जिले चट्टोग्राम में हिंसा के बीच एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
मुख्य चुनाव आय़ुक्त केएम नुरूल हुदा ने चुनाव से पहले चुनावी हिंसा के खिलाफ चेतावनी दी थी और कहा था कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं।
इस महीने मतदान से पहले अभियान की हिंसा में कम से कम नौ लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। बांग्लादेश में चुनाव संबंधी हिंसा में जनवरी से अब तक 85 लोग मारे जा चुके हैं और 6,000 से अधिक घायल हुए हैं।