राजनीति के अपराधीकरण का दुष्परिणाम कैराना और कांधला जैसे कस्बों ने झेला: मुख्यमंत्री
लखनऊ, 08 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को कैराना पहुंचे और 2017 से पहले विस्थापित हुए उन परिवारों से मिले जिन्होंने वापस आकर यहां रहना शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने उन परिवारों के बच्चों, बेटियों और महिलाओं से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि मौजूदा सरकार आप के साथ है। अब कोई अपराधी इस प्रकार से साहस नहीं जुटा पाएगा। योगी ने कैरानावासियों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करने का भी आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 1990 के दशक के राजनीति के अपराधीकरण और पेशेवर अपराधियों के राजनीतिकरण का दुष्परिणाम कैराना और कांधला जैसे कस्बों ने झेला है। यहां पर हिंदू व्यापारी और अन्य हिंदुओं को प्रताड़ित करके व्यापक पैमाने पर पलायन करने पर मजबूर कर दिया गया था। देश के अंदर यह समाचार काफी सुर्खियों में भी था। 2017 के बाद अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सरकार ने जो कार्रवाई की, उसके परिणामस्वरूप इस कस्बे में शांति आई है। बहुत सारे परिवार वापस आए हैं। 2017 में जब मैं यहां आया था तब यहां के लोगों ने मांग की थी कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां के चौकी का सुदृढ़ीकरण और पीएसी बटालियन की स्थापना हो। चौकी के सुदृढ़ीकरण की कार्यवाही पहले ही हो चुकी है। पीएसी बटालियन की स्थापना के लिए स्वयं मैं यहां आया हूं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ परिवारों के साथ मैंने आज संवाद भी किया है। वह पिछली सरकारों के राजनीति के अपराधीकरण के शिकार हुए थे। उसमें से ज्यादातर परिवार वापस आ चुके हैं। उनका विश्वास बढ़ा है। हमारी सरकार ने इस बात के लिए यहां के हर एक परिवार को आश्वस्त किया है कि सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जिस जीरो टॉलरेंस के तहत कार्य कर रही है थी, वह रणनीति हमारी आगे भी निरंतर चलेगी। यही आश्वासन देने के लिए मैं स्वयं कैराना कस्बे में आया हूं। बच्चों के अंदर, महिलाओं के अंदर विश्वास देखने को मिला है। यह विश्वास अवश्य ही रंग दिखाएगा क्योंकि अब कैराना कस्बा अपराधिक प्रतिनिधियों का नहीं बल्कि विकास की प्रक्रिया के साथ तेजी से बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों का पुनर्गठन किया जा रहा है। नई इकाइयां लग रही हैं। काफी बड़े पैमाने पर यहां के औद्योगिक प्राधिकरण के माध्यम से विकास और निवेश के संबंध में संभावनाएं जो बनी हैं उससे लोकल स्तर पर रोजगार मिलना शुरू हुआ है। व्यापार बढ़ना प्रारंभ हुआ है। सरकार के 2017 में आने के बाद से जो नीति रही है, वह जरूर रंग लाएगी। प्रधानमंत्री मोदी का मंत्र रहा है कि सबका साथ सबका विकास। हम विकास भी सबका करेंगे, बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ सबको देंगे। बिना तुष्टीकरण की नीति को अपनाए हुए अपराध और अपराधियों के प्रति कठोरतम कार्रवाई करने के अपने संकल्प के साथ ही आज हमारी सरकार और मैं स्वयं यहां पर आया हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक बार फिर इस कस्बे के सभी लोगों को आश्वस्त करता हूं कि वह बेझिझक यहां पर अपने पूर्वजों की भूमि पर रहें। यहां की विरासत को संरक्षित करना और साथ-साथ यहां के व्यापारिक और औद्योगिक माहौल को और तीव्रता से आगे बढ़ाने के लिए सरकार तत्परता से कार्य करेगी। योगी ने कहा कि पिछली समाजवादी सरकार के समय जिन परिवारों को क्षति पहुंचाई गई थी। जिनके परिवार के सदस्यों की निर्मम हत्या हुई थी। मैंने जिला प्रशासन से उसकी एक रिपोर्ट मांगी है। पीड़ित परिवारों को सरकार कुछ मुआवजा देगी। ताकि वह लोग फिर से यहां पर अपने व्यवसाय और अपने अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ा सकें। बहुत सारे दोषियों पर कार्रवाई हो चुकी है। जो बचे हैं उन पर कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खासतौर पर उन परिवारों से मैं मिलने के लिए आया हूं। उन्हीं के साथ मैंने दोपहर का भोजन भी लिया है। मेरे साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, यहां के सांसद, हमारे विधायक, प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश राणा समेत सभी लोग इसी बात को लेकर मेरे साथ यहां आए हैं। इस मौके पर उनके साथ उप्र भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, योगी सरकार के मंत्री सुरेश राणा समेत अन्य लोग मौजूद रहे। उन्हीं परिवारों के साथ मुख्यमंत्री ने भोजन भी किया।