कोलकाता, 26 जून (हि.स.)। राजधानी कोलकाता में पकड़े गए फर्जी आईएएस अधिकारी देवांजन देव द्वारा लगाए गए कैंप में दो हजार से अधिक लोगों को टीके के नाम पर निमोनिया का इंजेक्शन लगाए जाने के प्रकरण की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग जोर पकड़ने लगी है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखा है जिसमें इस पूरी घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है।
अपने पत्र में शुभेंदु ने कहा है कि कोवीशिल्ड के नाम पर राज्य वासियों को फर्जी टीका तो नहीं दिया जा रहा, यह पता लगाने की जरूरत है। उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि एक फर्जी आईएएस अधिकारी लगातार नगर निगम के नाम पर कैंप लगाता रहा, हजारों लोग उसमें टीका लेते रहे और किसी को कानों कान खबर कैसे नहीं लगी? उन्होंने अपने पत्र में यह भी कहा है कि जिन लोगों ने ऐसे कैंपों में टीका लिया है अगर उनकी मौत होती है तो इससे सार्वभौमिक टीकाकरण प्रक्रिया पर सवाल खड़े होने लगेंगे, इसीलिए असली और नकली का भेद सामने लाना जरूरी है।
शुभेन्दु ने पत्र में यह भी लिखा है कि इस मामले में देवांजन देव नाम के जिस फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है उसकी तस्वीरें सत्ताधारी पार्टी के नेताओं और अधिकारियों के साथ हैं। राज्य के प्रभावशाली लोगों के साथ उसका उठना बैठना था। इसलिए इस पूरे फर्जी टीकाकरण प्रक्रिया में बड़े गिरोह की भूमिका हो सकती है। चिट्ठी में उन्होंने इस बात का भी संकेत दिया है कि अगर कोलकाता पुलिस इस मामले की जांच करेगी तो बहुत हद तक संभव है कि साक्ष्यों को मिटा दिया जाए इसलिए बिना देरी किए केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराए जाने की जरूरत है।
2021-06-26