बाइडन-पुतिन के बीच शिखर सम्मेलन के पहले दौर की वार्ता समाप्त, दो दौर की वार्ता शेष

जिनेवा, 17 जून (हि. स.)। विश्व की दो महाशक्ति अमेरिका और रूस के राष्ट्राध्यक्षों के बीच पहले दौर की वार्ता सकारात्मक संदेश के साथ पूरी हुई।

वैश्विक कोरोना महामारी के बीच दुनिया भर के देशों की नजर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच जिनेवा में होने वाले शिखर सम्मेलन पर थी। शिखर सम्मलेन के पहले दौर की वार्ता समाप्त होने के बाद दोनों नेता मुस्कुराते हुए एक साथ बाहर निकले। जिससे यह लगता है कि वार्ता बेहद सकारात्मक माहौल में हुई। जानकारी के अनुसार पहले दौर की वार्ता की जानकारी को सार्वजनिक नहीं की जाएगी। हालांकि अभी दोनों राष्ट्रध्यक्षों के बीच दो दौर की वार्ता और होगी।  पहले दौर की वार्ता से पहले बाइडन और पुतिन ने मुस्कुराहट के साथ हाथ मिलाकर सम्मेलन की शुरुआत की। ऐसा माना जा रहा है कि इस सम्मेलन के दौरान दोनों नेता के बीच कई मुद्दों पर समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा जो काफी समय से लंबित हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच पहले दौर की वार्ता में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव मौजूद थे। बाइडन-पुतिन की पहली बैठक की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी।

उधर तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार दोपहर (भारत में गुरुवार) को दो अतिरिक्त सत्र में दोनों नेता अतिरिक्त सहयोगी व अनुवादक के साथ बैठक में भाग लेंगे। अमेरिका की तरफ से ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान, राजनीतिक मामलों की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नूलैंड, रूस में अमेरिका के राजदूत जॉन सुलीवान और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् में रूस के विशेषज्ञ इरिक ग्रीन तथा स्टेरगोस कलौडिस शामिल होंगे।रूसी प्रतिनिधिमंडल में लावरोव, पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी यूशाकोव, उपविदेश मंत्री सर्गेई रेयाबकोव, रूसी सेना के प्रमुख जनरल वलेरी गेरासीमोव, वॉशिंगटन में रूस के राजदूत एनातोली एंतोनोव के साथ ही यूक्रेन और सीरिया में क्रेमलिन के राजदूत तथा पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव मौजूद रहेंगे।
अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडन की पुतिन के साथ यह पहली मुलाकात है। यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है, जब दोनों देशों के बीच संबंध बेहद तल्ख व तनावपूर्ण हैं। बाइडन के राष्ट्रपति बनने के साथ ही दोनों के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद से बाइडन रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर हमलावर रहे हैं। बाइडन ने कुछ महीने पहले ही पुतिन को हत्यारा और विरोधी तक कह दिया था। इसी तरह रूसी विरोधी बयान अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान देखने को मिले थे। 

इन मुद्दों पर चर्चा संभव

अमेरिका और रूस के बीच व्यापार, हथियार नियंत्रण, सामरिक स्थिरता, साइबर सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, कोरोना महामारी और आर्कटिक जैसे विषय पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा यूक्रेन, सीरिया और लीबिया जैसे क्षेत्रीय संकटों पर भी चर्चा संभव है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम और अफगानिस्तान संकट पर भी कुछ निर्णय सामने आ सकते हैं।   

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