वॉशिगटन, 17 जून (हि.स.)। कोरोना के डेल्टा वेरियंट ने अमेरिका के लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। जानकारी के अनुसार डेल्टा वेरियंट के कारण एकबार फिर से संक्रमण में तेजी देखने को मिला है। विशेषज्ञों द्वारा जारी चेतावनी में यह बात कही गई है। वहीं अमेरिका में लोगों के लिए नियमित रूप से कोविड-19 टीकाकरण का कार्यक्रम जारी है।
सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रीवेन्शन (सीडीसी) के मुताबिक अमेरिका में फिलहाल डेल्टा वेरिएंट के 10 प्रतिशत केस हैं। लेकिन चिंता जताई जा रही है कि कहीं यह वेरिएंट मुसीबत का सबब न बन जाए। जानकारी के मुताबिक मेडिकल एक्सपर्ट्स ने सभी लोगों के टीकाकरण के महत्व पर जोर दिया है।
सर्जन जनरल विवेक मूर्ति के अनुसार डेल्टा वेरिएंट, अल्फा वेरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है। ब्रिटेन में मिलने के बाद यह अमेरिका में सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाला संक्रमण बन गया है। जिन्हें वैक्सीन नहीं लगा है यह उनके लिए चिंता का कारण है। चिंता का दूसरा कारण यह है कि यह वेरिएंट और भी खतरनाक हो सकता है। जिसकी वजह से कई तरह की दूसरी बीमारियां और परेशानियां सामने आ सकती हैं।
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की रिपोर्ट में पाया है कि डेल्टा वेरिएंट से लड़ने के लिए कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज ज्यादा उपयोगी हैं। जिसमें फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन के 2 डोज इस संक्रमण से लड़ने में 96 प्रतिशत तक सक्षम हैं। विवेक मूर्ति ने कहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की एक डोज डेल्टा वैरिएंट से लड़ने में सक्षम है इसे लेकर अभी काफी आंकड़े नहीं हैं, लेकिन यह पता चला है कि दूसरे स्ट्रेन से लड़ने में यह वैक्सीन जरूर कारगर है।