नई दिल्ली,13 जून (हि.स.)। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम में न चुने के बाद सोशल मीडिया से ब्रेक ले लिया है।
बीसीसीआई ने गुरुवार को जुलाई में श्रीलंका के खिलाफ 3 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला और इतने ही मैचों की टी20 श्रृंखला के लिए पांच नेट गेंदबाजों के साथ 20 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की। टीम की कमान शिखर धवन को सौंपी गई,जबकि तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को उपकप्तान बनाया गया है।
नियमित खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में, कई क्रिकेटरों को अपना पहला कॉल-अप मिला, लेकिन चयनकर्ताओं ने उनादकट की अनदेखी कर दी। जो अब लगभग तीन वर्षों से भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने का इंतजार कर रहे हैं।
जयदेव ने ट्वीटर पर लिखा, “जब मैं बच्चा था, तब मैंने इस खेल में अपना जुनून पाया। महान खिलाड़ियों को मैदान पर खेलते हुए देखकर प्रेरणा मिली, ऐसा ही अनुभव मैंने भी अपने खेल के दौरान किया।”
जयदेव ने आगे लिखा, “जब मैं युवा था, तब कुछ लोगों ने मुझे कच्चा समझा। मेरे ऊपर छोटे शहर से आकर बड़े सपने देखने का ठप्पा लगा दिया। हालांकि धीरे धीरे धारणा बदल गई और मैं भी बदल गया। इसके बाद मैंने कायायाबी, नाकामी को भी संभलना सीखा। मैं अपने खेल पर अब और भी ज्यादा मेहनत करूंगा। मुझे क्यों नहीं चुना गया, ये सोचने में वक्त बेकार नहीं करूंगा। मैं आखिर तक लड़ता रहूंगा।”
उन्होंने लिखा, “फैंस का सपोर्ट करने के लिए शुक्रिया और आभार। अब खेल पर और अधिक ध्यान देने की जरूरत है, तब तक सोशल मीडिया डिटॉक्स मोड में चालू है।”
रणजी ट्रॉफी सत्र 2019-20 में सौराष्ट्र के लिए 67 विकेट लेने के साथ ही जयदेव शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, जिसके दौरान उन्होंने सौराष्ट्र को रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाया। उन्होंने 2018-19 सीजन में भी 39 विकेट लिए थे जिसमें सौराष्ट्र फाइनल में विदर्भ से हार गया था। उनादकट ने भारत के लिए एकमात्र टेस्ट दिसंबर, 2010 में दक्षिण अफ्रीका में खेला था।