कोलंबो, 25 मई (हि.स.)। श्रीलंका प्रशासन ने मंगलवार को जलते मालवाहक जहाज से विदेशी चालक दल को बचा लिया है।
जहाज एक्सप्रेस पर्ल भारत के हजीरा बंदरगाह से 15 मई को 1,486 कंटेनर रखकर रवाना हुआ था, जिनमें 25 टन नाइट्र्क एसिड के अलावा अन्य रसायन और कॉसमैटिक्स भरे हुए थे।
कोलंबो बंदरगाह के पास पहुंचते ही 20 मई को इस जहाज में आग लग गई। इसके बाद श्रीलंका की जलसेना ने आग को बुझाने के लिए जहाज भेजे, ताकि आग को नियंत्रित किया जा सके।
मैरीन एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन अथॉरिटी (मेपा) की ओर से कहा गया है कि मंगलवार सुबह तक आठ कंटेनर सागर में गिर चुके थे और वेसेल अस्थिर हो गया था। इस जहाज के चालक दल के सदस्य रूस, भारत, चीन और फलस्तीन के थे।
श्रीलंका की वायुसेना की ओर से कहा गया है कि मालवाहक जाहाज एक्सप्रेस पर्ल पर रसायन के पाउडर का छिड़काव करने के लिए बेल-212 हेलीकॉप्टर की तैनाती की गई है।
इसी बीच मेपा की ओर से कोलंबों में रह रहे श्रीलंकाई नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे लोग बीच पर नहीं जाएं और किसी भी तैरती वस्तु को ना छुएं। यह वस्तु रसायन हो सकती है, जो नुसानदेह है। साथ ही यह जांच की जा रही है कि पर्यावरण को इससे कोई नुकसान तो नहीं हुआ।