आंध्र प्रदेश में भी यास का ख़ौफ़, विशाखापट्टनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में हाई अलर्ट

विशाखापट्टनम, 25 मई (हि.स.)। दक्षिण में पश्चिम तटीय इलाकों के बाद अब पूर्वी तटीय इलाकों पर चक्रवात ‘यास’ का खतरा मंडरा रहा है। चक्रवात यास के बारे में अनुमान है कि यह ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर तबाही मचा सकता है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने चक्रवात से निपटने के लिए अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को सुबह मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी कि 26 मई की दोपहर को ‘यास’ बेहद गंभीर चक्रवात तूफान में तब्दील हो जाएगा और बुधवार को बंगाल और ओडिशा के तट पर पहुंचेगा। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चक्रवात ‘यास’ से प्रभावित होने वाले सभी राज्यों को आश्वासन दिया है कि केन्द्र सरकार उनकी मदद के लिए 24 घंटे तैयार रहेगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अपने सचिवालय के तमाम आला अधिकारियों के साथ बैठक की और चक्रवात से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयनगरम, श्रीकाकुलम और विशाखापट्टनम जिले में मौजूद कोविड के मरीजों को सबसे पहले सुरक्षित ठिकानों पर स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि विशाखापट्टनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ओडिशा की सीमा से सटे श्रीकाकुलम जिले में लोगों को निचले इलाकों से निकाल लिया गया है। दूसरे जिलों में भी इस पर तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने विशाखापट्टनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन और बिजली की आपूर्ति पर विशेष ध्यान देने को कहा है। इन अस्पतालों में बिजली की आपूर्ति के लिए जेनरेटर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। 

इससे पूर्व सोमवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल माध्यम से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से चक्रवात से बचाव की तैयारियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को आंध्र प्रदेश सरकार की तैयारियों से अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि सरकारी मशीनरी पूरी तरह से सजग है और जरूरी सावधानियों पर ध्यान दिया जा रहा है।

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