गांधीनगर/अहमदाबाद, 25 मई (हि.स.)। कोरोना संकट को देखते हुए गुजरात सरकार ने पहली से लेकर 11वीं तक के छात्रों को कक्षोन्नति दे दी है। अब नए शैक्षणिक वर्ष में सभी कक्षाओं की छात्रों की संख्या में भी वृद्धि को देखते हुए शिक्षा विभाग ने नया सत्र शुरू होने से पहले कक्षाओं की संख्या बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है।
मंगलवार को स्कूल आयुक्त कार्यालय ने राज्य के सभी अनुदान प्राप्त स्कूलों की कक्षा 9, 10, 11 और 12 की मौजूदा कक्षाओं की संख्या मांगी है। वहीं, शिक्षा बोर्ड ने भी 01 जून से 31 जुलाई तक नई कक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग, अभिभावक और स्कूल प्रशासक इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि सामूहिक पदोन्नति के जरिए 10वीं कक्षा पास करने वाले 9.5 लाख छात्रों को आगे किस आधार पर प्रवेश दिया जाए।
उधर, कांग्रेस ने भी स्कूलों की कक्षाओं की संख्या बढ़ाकर नए शिक्षकों की भर्ती के लिए सरकार से गुहार लगाई थी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि कक्षा 10 में बड़े पैमाने पर पदोन्नति देने से 11वीं कक्षा में प्रवेश करने वाले नए छात्रों को समायोजित करने के लिए 2000 से अधिक कक्षाओं और 3000 से अधिक शिक्षकों की आवश्यकता पैदा होगी। स्कूलों के लिए इतने कम समय में कक्षाओं की संख्या बढ़ान के साथ शिक्षकों की नियुक्ति करना भी चुनौती है।
दरअसल, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कोरोना संकट के चलते 10वीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा रद्द कर सामूहिक कक्षोन्नति देने का फैसला किया है। इससे छात्र और अभिभावक खुश हैं, लेकिन 11वीं पास कर चुके सभी छात्रों के प्रवेश को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। वर्तमान में गुजरात में 9.50 लाख में से कक्षा 11वीं के 6 लाख छात्रों के लिए ही व्यवस्था है, यदि 50 हजार वर्तमान छात्र डिप्लोमा या अन्य क्षेत्र चुनते हैं तो भी 9 लाख छात्रों का प्रवेश करना आसान नहीं है।
2021-05-25