ब्लैक फंगस की बीमारी पर निगरानी रखने के लिए ममता सरकार ने गठित की विशेषज्ञ कमेटी

कोलकाता, 22 मई (हि.स.)। बंगाल में भी कोरोना संक्रमितों में म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) का बढ़ता प्रकोप देखकर राज्य सरकार सतर्क हो गई है। राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस की रोकथाम और बचाव के लिए 20 सदस्यीय विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार ब्लैक फंगस को महामारी के तौर पर घोषित करने का निर्णय ले सकती है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार को इसे महामारी के तौर पर घोषित करने का निर्देश दिया। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया है कि अब तक राज्यभर में इस बीमारी से दो लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने विशेषज्ञों की 20 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी ब्लैक फंगस को लेकर राज्यभर में निगरानी और चिकित्सा पर आवश्यक दिशा निर्देश देगी। सूत्रों ने बताया है कि कोलकाता के एसएसकेएम अथवा कोलकाता स्कूल आफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में से एक अस्पताल को ब्लैक फंगस रोग के इलाज के लिए केन्द्रित किया जाएगा। राज्यभर के ब्लैक फंगस की चपेट में आने वालों काे यहीं लाकर इलाज किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही कोलकाता में 32 साल की एक महिला की मौत ब्लैक फंगस से हुई थी। 112 नंबर वार्ड के सोदपुर की रहने वाली इस महिला का पति राजू चक्रवर्ती ने बताया कि 11 मई को महिला की कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद 15 मई को शंभूनाथ पंडित अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्होंने बताया कि शुरुआत में पता नहीं चला कि वह ब्लैक फंगस की शिकार हुई है, लेकिन उसकी आंख फूल गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *