मुंबई, 20 मई, (हि. स.)। पश्चिम रेलवे की गुड्स और पार्सल विशेष ट्रेनें आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को चालू रखने के लिए देश भर में लगातार चलायी जा रही हैं। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 1 अप्रैल, 2021 से 18 मई, 2021 तक 116 पार्सल ट्रेनें चलाई हैं। इस अवधि के दौरान मालगाड़ियों में लदान 9.68 मिलियन टन दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज लदान 6.53 मिलियन टन से 48.23 प्रतिशत अधिक है। ये उपलब्धियां पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल के मार्गदर्शन, प्रेरणा और निरंतर निगरानी के कारण संभव हुई हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 1 अप्रैल, 2021 से 18 मई, 2021 तक, पश्चिम रेलवे ने अपनी विभिन्न पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 42 हजार टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया है, जिसमें कृषि उपज, दवाएं, चिकित्सा उपकरण, मछली, दूध आदि शामिल हैं। जिससे लगभग 14.46 करोड़ रु का प्राप्त राजस्व हुआ। पश्चिम रेलवे द्वारा 16 हजार टन से अधिक दूध का परिवहन के साथ 24 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं और वैगनों का 100% उपयोग किया गया। इसी प्रकार, 27 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियों चलायी गयीं तथा 5136 टन आवश्यक वस्तुओं का परिवहन किया गया। इसके अतिरिक्त, 9794 टन भार वाले 19 इंडेंटेड रेक भी शत-प्रतिशत उपयोग के साथ चलाये गये। किसानों को उनके उत्पादों के लिए नए बाजार उपलब्ध कराने और किफायती तथा तेज परिवहन के लिए इस अवधि में विभिन्न मंडलों से लगभग 10678 टन भार के साथ 46 किसान रेलें भी चलाई गईं।
ठाकुर ने बताया कि इस अवधि के दौरान 1 अप्रैल, 2021 से 18 मई, 2021 तक 9.68 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए मालगाड़ियों के कुल 4611 रेक चलाये गये। 10105 फ्रेट ट्रेनों को अन्य जोनल रेलवे के साथ इंटरचेंज किया गया, जिसमें अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर 5047 ट्रेनों को हैंडओवर किया गया और 5058 ट्रेनों को टेकओवर किया गया। बिजनस डेवलपमेंट यूनिटें (BDUs) रेलवे बोर्ड द्वारा शुरू की गई प्रोत्साहन योजनाओं के साथ मौजूदा और संभावित माल ग्राहकों के साथ लगातार संपर्क में हैं ताकि रेल से उनके माल के त्वरित, विश्वसनीय, किफायती और थोक परिवहन के लिए उन्हें प्रोत्साहित कर सकें।
2021-05-20