अबूधाबी, 14 मई (हि.स.)। खाड़ी देशों में कोरोना के कारण हुई छंटनी के कारण लगभग 10.02 लाख श्रमिक केरल लौट गए हैं। यह जानकारी विश्व बैंक की ओर से दी गई है। ये मजदूर जो धनराशि अपने परिवार वालों को भेजते थे, उसमें भी गिरावट दर्ज की गई है।
बताया गया है कि विदेशों में भारतीय मजदूरों द्वारा 2020 में भेजा गया धन 8.3 बिलियन डॉलर था, जो पिछले वर्ष की तुलना से 0.2 प्रतिशत कम है।
इसके अनुसार संयुक्त अरब अमीरात से भारत को भेजे गए धन में 17 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई।यानी भारत 2008 से विदेशों से आने वाले धन का शीर्ष प्राप्तकर्ता बना हुआ है।
खाड़ी सहयोग परिषद के सात सदस्यीय देशों से प्रवासी मजदूरों के वापस भारत जाने से केरल राज्य सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। बैंक की ओर से कह गया है कि केरल में लगभग 10.2 लाख प्रवासी मजदूर रहते हैं। साथ ही 40 लाख से अधिक मजदूर, जिन्होंने खाड़ी सहयोग परिषद के देशों में काम किया, उन्होंने राज्य की आय में 30 प्रतिशत का योगदान दिया। 2020 में वैश्विक महामारी के कारण उन्हें अपने रोजगार को खोना पड़ा। इसमें कम-कुशल श्रमिक सबसे अधिक प्रभावित हुए।