लखनऊ, 14 मई(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में ईद उल फितर (ईद) का त्यौहार बेहद सहज और सावधानी पूर्ण तरीके से मना। शुक्रवार को सुबह से ही ईद की नमाज लोगों ने अदा की। मस्जिदों में कोविड नियमों का पालन करते हुए 05 लोगों ने ही ईद की नमाज की। प्रदेश में सड़कों पर घूमने निकलने वाले लोगों को यूपी पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा।
कोविड महामारी के खतरे के बीच चांद दिखने के बाद से ही लोगों का एक दूसरे को ईद की बधाई देने का सिलसिला शुरू हुआ। फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्वीटर, इंस्टाग्राम के माध्यम से नौजवान सहित सभी उम्र के लोग एक दूसरे को बधाइयां देते रहे। बहुत सारे लोगों ने नमाज अदा करते हुए भी अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की।
ईद पर उप्र के मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों ने बधाइयां दी है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और भाजपा व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ट्वीट कर प्रदेश की जनता को बधाई दी।
ईद पर प्रदेश के धर्मगुरुओं ने भी लोगों से अपील की। गोरखपुर में धर्मगुरु मोहम्मद जिकरुल्लाह ने कहा कि बीते वर्ष की भांति ही इस साल की ईद भी इंतिहाई नासाजगार हालात में हो रही है। हम सभी को ईद पर कोरोना महामारी के खात्मे के लिए दुआ करनी चाहिए।
लखनऊ में धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि लखनऊ सहित प्रदेश के तमाम लोगों को ईद की दिली मुबारकबाद है। अपने घरों में रहते हुए ईद की नमाज अदा करने के बाद किस्म किस्म की सेवइयां खाएं। इस दौरान मास्क पहनना और हाथों को धोना, सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना जरूरी है।
प्रदेश में लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, आगरा समेत कई जनपदों में सामाजिक संगठनों और नौजवानों के समूहों ने झुग्गी झोपड़ियों में सेवइयां बांटी।
प्रदेश में कोविड नियमों का पालन कराते हुए ईद को सकुशल संपन्न कराने के लिए यूपी पुलिस भी सड़कों पर मुस्तैद रही और जहां भी घूमते हुए लोग दिखाई दिए वहां पर पुलिसकर्मियों ने सख्ती दिखाई। वाराणसी, लखनऊ, कानपुर में कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने शहर में निकल कर मस्जिदों का निरीक्षण किया। जनपदों में भी यूपी पुलिस के पुलिसकर्मियों ने ईमानदारी के साथ ड्यूटी की।