मुख्यमंत्री ने किसानों के नाम लिखा पत्र, कहा- लड़ाई नहीं करते तो इतना भी नहीं मिलता
कोलकाता,14 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के किसानों को भी आखिरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिलना शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देशभर के किसानों के खाते में इस योजना की आठवीं किस्त जारी की। बंगाल के किसानों को पहली बार बंगाल के किसानों को दो हजार रुपये की वित्तीय मदद उनके खाते में सीधे मिली है। बंगाल के 21.79 लाख किसानों में से लगभग 14.91 लाख किसानों को पोर्टल में पंजीकरण कराया था। उन किसानों के एकाउंट में सीधे पहली किस्त 2000 रुपये हस्तांरित किए गए हैं।
बंगाल के किसानों को आर्थिक मदद मिलने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों के नाम खुली पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने किसानों के हक की लड़ाई लड़ी है, जिसकी वजह से किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिला है। हालांकि ममता ने कहा है कि किसानों को बहुत कम राशि दी गई है। ममता ने पत्र में कहा कि बंगाल के किसानों को बकाया 18000 रुपये मिलने चाहिए थे, लेकिन वह नहीं मिले। वह किसानों के हित के लिए लड़ाई जारी रखेंगी।
दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया था कि बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार ने किसानों को वंचित किया है। अब जब राज्य में फिर से ममता बनर्जी की सरकार बनी है, तो भी अपने वादे के अनुसार प्रधानमंत्री ने बंगाल के किसानों को आर्थिक सहायता राशि दी है। ममता ने किसानों को लिखे पत्र में कहा है कि काफी टाल बहाना के बाद पीएम किसान सम्मान निधि की राशि बंगाल के किसानों के लिए केंद्र सरकार ने जारी की है। राज्य सरकार पहले ही किसानों को कृषक बंधु के तहत राशि दे रही है। किसानों को बकाया रुपये दिलाने के लिए लड़ाई जारी रहेगी। राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि बंगाल के किसानों को बकाया नहीं मिला। पीएम अपना वादा पूरा नहीं किये हैं। वह अपना वादा पूरा करने में असफल रहे हैं।
2021-05-14