जिले के अलग अलग जेलों के कैदियों को लगाया गया कोरोना का टीका

बक्सर, 13 मई (हि.स.)। राज्य मुख्यालय के शक्त निर्देश के बाद बक्सर जिला मुख्यालय स्थित केन्द्रीय कारा ,महिला बंदी गृह एवं मुक्तकारा में बंद कैदियों के बीच जिला स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टीकाकरण अभियान चलाया |इसकी शुरुआत करते हुए गुरूवार  45 से 70 उम्र के 283 बंदियों को टिका लगया गया | बक्सर केन्द्रीय कारा के अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया की फिलहाल अलग अलग कारा में बंद 441 बंदियों का टीकाकरण करना है |अब तक सत्तर प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर लिया गया है |जारी सप्ताह के अंत तक जेलों में शत प्रतिशत टीकाकरण के काम को पूरा कर लिया जाएगा |
जेल अधीक्षक के हवाले से बताया गया है कि जिन बंदियों के पास आधार कार्ड उपलब्द्ध नही है उन्हें  एक वाटसफ नम्बर दिया गया है जिसके माध्यम से वे अपने परिजनों से आधार कार्ड व कोई भी पहचान पत्र मंगवा सकते है |बावजूद इसके किसी कारण से बंदी अगर पहचान पत्र प्रस्तुत नही कर सकते है तो ऐसे बंदियों को कारा के अन्दर ही कैम्प लगा कर जेल प्रशासन उन्हें पहचान पत्र निर्गत करेगा |केन्द्रीय कारा अधीक्षक राजिव कुमार ने बताया कि बक्सर स्थित मुक्त करा के कैदियों के पास यह सुबिधा है कि वे सुबह सात बजे से साम चार बजे तक सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर टीकाकरण करवा सकते है |
गौरतलब है कि बिहार के एकलौते मुक्त कारा के कैदियों को कंसेप्ट के तहत यह सुविधा है कि वे सुबह सात से शाम पांच बजे तक जिला मुख्यालय के दस किलोमीटर के दायरे में घूमकर स्वरोजगार कर सकते है पर शाम के पांच बजे उन्हें हर हाल में कारा के गिनती में शामिल होना पड़ता है |करोना के प्रचंड बेग के बीच बक्सर केन्द्रीय कारा प्रशासन नव आगंतुक बंदियों के लिए अलग से व्यवस्था की है |इन बंदियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है |अगर जांच में कैदी पोजेटिव निकलता है तो कोविड  के लिए विशेष तौर पर बने अंडा सेल में उन्हें भेजा जाता है और नेगेटिव बंदियों को जेल में बने विभिन्य आश्रमों में भेजने से पूर्व उने कुछ समय के लिए पृथक रखा जाता है |

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