नई दिल्ली, 11 मई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि वह इस महामारी के समय में विपक्षी दल के व्यवहार से हैरान तो नहीं, किंतु दुखी जरूर हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं का आचरण दोहरेपन और तुच्छता के लिए याद किया जाएगा। हालांकि, भाजपा अध्यक्ष ने कोरोना महामारी के इस दौर में युवा कांग्रेस के नेताओं के द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की है।
नड्डा ने मंगलवार को सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा कि भारत कोरोना महामारी से पूरे साहस के साथ लड़ रहा है और ऐसे वक्त में कांग्रेस देशवासियों को गुमराह करना और दहशत पैदा करने का काम बंद करे।
हाल ही में केंद्र सरकार को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति की आलोचना के बाद सोनिया को लिखे चार पेज के पत्र में नड्डा ने कहा कि भारत के इतिहास में टीकाकरण को लेकर कोई संदेह नहीं रहा है, लेकिन कांग्रेस ने वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान टीकाकरण को लेकर संदेह पैदा करने की कोशिश की है।
नड्डा ने कहा है कि भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकारों ने पहले ही यह घोषणा की है कि गरीब और वंचित लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि कांग्रेस सरकारें भी गरीबों के लिए भी ऐसा ही कार्य करेंगी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से जानना चाहा कि क्या कांग्रेस की राज्य सरकारें मुफ्त में वैक्सीन की इसी तरह की घोषणा करेंगी?
भाजपा अध्यक्ष ने अपने पत्र में युवा कांग्रेस की सराहना करते हुए कहा कि कुछ नेताओं के सराहनीय कार्यों पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से फैलाई जा रही नकारात्मकता से ग्रहण लग रहा है। इस महामारी के दौर में कांग्रेस नेता राजनीतिक विरोध के आधार पर अपना पक्ष रख रहे हैं।
नड्डा ने लिखा है कि उन्हें मीडिया के जरिए पता चला कि सोनिया गांधी ने उन्हें एक नवम्बर को पत्र लिखा था। हालांकि, अभी तक उन्हें कांग्रेस नेता का कोई पत्र नहीं मिला। ऐसा लगता है कि सोनिया गांधी ने वह पत्र केवल मीडिया के लिए लिखा था जिसका मकसद केवल राजनीति था। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें पत्र तो नहीं मिला, लेकिन वह कांग्रेस अध्यक्ष को उसका जवाब इसलिए दे रहे हैं कि वह ताकि वह जनता को गुमराह करने की अपनी कोशिश में कामयाब न हो सकें।