पटना, 11 मई (हि. स.)। बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) की टीम ने ऑक्सीजन की कालाबाजारी में शामिल चार लोगो को राजधानी पटना में गिरफ्तार कर लिया है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहने वाले प्रवासी गौतम भारद्वाज की शिकायत पर पहले राजीव नगर से हर्ष राज नाम के व्यक्ति को पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर तीन अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए। हर्ष राज के पास से ऑक्सीजन का एक बड़ा सिलेंडर और एक ई-रिक्शा जब्त किया गया है।
इस मामले में हर्ष के अलावा गिरफ्तार आरोपितों के नाम गौरीशंकर कुमार, रवि कुमार और राहुल कुमार हैं। अब ईओयू टीम यह पता लगा रही है कि इनके पास जम्बो सिलेंडर कहां से आता था? इस काम में इनकी मदद कौन करता था? क्या इनका कनेक्शन किसी हॉस्पिटल स्टाफ से है या फिर गैस रिफिलिंग करने वाले किसी प्लांट से इनकी सेटिंग है?
गोरखधंधा करने वाले ये लोग कोरोना पीड़ित परिवार की मजबूरी का जमकर फायदा उठा रहे थे। आरोप है कि इन लोगों ने 85 हजार से लेकर 1 लाख 15 हजार रुपये तक में आक्सीजन सिलेंडर बेचे हैं। पुलिस के एडीजी नैयर हसनैन खान के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा में हर्ष राज का अकाउंट है। खंगालने पर पता चला कि पिछले 6 दिनों में इसके अकाउंट में 9 लाख से भी अधिक रुपये आए। लगता है कि इसने ये सारे रुपये ऑक्सीजन की कालाबाजारी करके ही कमाए हैं।
शिकायत करने वाले एनआरआई गौतम भारद्वाज मूल रूप से पटना के नौबतपुर के रहने वाले हैं। परिवार के कुछ लोग कंकड़बाग इलाके में रहते हैं। इन्हें अपने परिवार के सदस्य की जान बचानी थी। इस कारण शातिर हर्ष की हर बात उनका परिवार मान गया। उसे उसकी मांगी हुई कीमत दे दी गई थी। पांच दिन पहले एनआरआई ने किसी तरह से ईओयू के एडीजी का मोबाइल नंबर निकाला। फिर उन्हें मैसेज किया। पूरी बात बताई। हर्ष का मोबाइल नंबर भी दिया। साथ ही यह भी बताया कि सोशल साइट्स की डीपी में उसकी फोटो एक पुलिस अफसर के साथ है। इसके बाद ही डीएसपी भास्कर रंजन और रजनीश कुमार की टीम बनाई गई। अब एडीजी ने कहा है कि पीड़ितों को उनके रुपये वापस दिलवाएंगे। एडीजी के अनुसार इस मामले में अब उनकी टीम उन लोगों से भी मिलकर बात करेगी, जिन्होंने इससे आक्सीजन ब्लैक में खरीदा और अकाउंट में रुपये ट्रांसफर किए।