कोरोना ने बढ़ाई ऑनलाइन शॉपिंग की मांग

नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। कोरोना के संक्रमण के कारण पिछले करीब एक साल से देश की अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर बड़ा है। लगभग हर सेक्टर कोरोना की मार के कारण भारी नुकसान झेलने के लिए मजबूर हो गया है लेकिन ऑनलाइन कंपनियों के लिए कोरोना वरदान बन कर आया है। 
कोरोना काल में इन कंपनियों का कारोबार तुलनात्मक रूप से काफी बढ़ गया है। ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियों के प्लेटफार्म पर ग्रॉसरी से लेकर फल और सब्जियों तक की ऑनलाइन शॉपिंग में काफी तेजी आई है। वहीं डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों की मांग में भी करीब 80 फीसदी की बढ़त हो गई है। इसी तरह हेल्थ एंड फिटनेस से जुड़े सामान की मांग में भी 50 से लेकर 80 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। 
मार्केट एक्सपर्ट सुधीर तहिलयानी के मुताबिक कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार के कारण मध्य आय वर्ग के लोग गली मोहल्लों के दुकानों तक जाने में डरने लगे हैं। ऐसे लोग स्थानीय दुकानों पर जाकर राशन और सब्जी जैसी चीजों को लेने की जगह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जाकर खरीदारी करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के डर और खुद की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मध्य आय वर्ग के ज्यादातर लोग एक दूसरे से मिलने जुलने की जगह घर बैठे शॉपिंग करना ज्यादा सुरक्षित समझ रहे हैं। 
अभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ग्रॉसरी, मिल्क प्रोडक्ट्स, फ्रोजेन फूड आइटम्स, सब्जियां, फिटनेस बैंड, ऑक्सीमीटर, फेस मास्क, सैनिटाइजर जैसी चीजों की मांग काफी बढ़ गई है। सिर्फ पिछले 2 महीने के दौरान ही पैकेज्ड फूड आइटम की मांग में 80 फीसदी तक की तेजी आ गई है। इसी तरह हेल्थ और हाइजीन से जुड़ी चीजों और नेबुलाइजर जैसी चीजों की खरीदारी भी पिछले 2 महीने के दौरान 60 से 70 फीसदी तक बढ़ गई है। 
बताया जा रहा है कि ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में ज्यादातर कंपनियां कोरोना काल में अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। संक्रमण के डर से ये कर्मचारी अपने दफ्तर तो नहीं ही जा रहे हैं, घरेलू जरूरत के लिए गली मोहल्ले में निकल कर खरीदारी करने से भी बच रहे हैं। लोकल पर्चेजिंग की जगह ऐसे लोग ऑनलाइन शॉपिंग को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसी वजह से कोरोना का संक्रमण काल जहां दूसरे सेक्टर के लिए कठिन समय बन कर आया है। ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियों का कारोबार इन दिनों काफी बढ़ गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *