-कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में पुस्तकालयाध्यक्ष एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ-कूटा के महासचिव सुचेतन साह का निधन
नैनीताल, 08 मई (हि.स.)। कोरोना के दौरान प्राणवायु ऑक्सीजन के लिए संघर्ष में शुक्रवार रात्रि नगर के एक युवा-डॉ. सुचेतन साह भी हार गए। सुचेतन मात्र 43 वर्ष के थे। उनके निधन से विश्वविद्यालय परिसर में शोक की लहर है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में पुस्तकालयाध्यक्ष एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ-कूटा के महासचिव सुचेतन ने दो वर्ष पूर्व ही पीएचडी की डिग्री हासिल की थी। वह नगर के मल्लीताल बेकरी कंपाउंड क्षेत्र में अपनी पूर्व शिक्षिका माता, पत्नी एवं तीन बच्चियों के साथ रहते थे। बच्चियों में बड़ी 8-9 वर्ष की और दो करीब करीब तीन वर्ष की जुड़वा हैं।
सुचेतन गत 26 अप्रैल को कोरोना ग्रस्त हो गए थे। इसके बाद उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। यहां उन्हें प्लाज्मा भी चढ़ाया गया था। दो दिन पूर्व उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था।युवा होने के नाते उम्मीद की जा रही थी कि वह स्वस्थ होकर वापस लौटेंगे। उनके स्वास्थ्य के प्रति डीएम धीराज गर्ब्याल के स्तर से भी चिंता व्यक्त की जा रही थी, एवं उनके स्वास्थ्य पर नजर थी, किंतु शुक्रवार को पुनः फंगल इंफेक्शन होने के बाद रात्रि करीब 10 बजे उनका देहावसान हो गया। शनिवार को उनके परिजन द्वारा शव प्राप्त करने की प्रक्रिया की जा रही है। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार हल्द्वानी में ही कोविद रोगियों के लिए बनाए गए विशेष श्मशान घाट में तय मानकों एवं नियमों के अनुसार किया जाएगा। उनके निधन का समाचार सुनते ही मुख्यालय में शोक की लहर छा गई है। कूटा के अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी, कुलपति प्रो. एनके जोशी, विधान चौधरी, कुलसचिव डॉ. दिनेश चंद्रा, प्रो. संजय पंत, डॉ. अमित जोशी आदि नेउन्हें श्रद्धांजलि दी है।