रूस में सिंगल डोज वैक्सीन को मंजूरी, स्पूतनिक लाइट की एक डोज 80% तक असरदार

मॉस्को, 06 मई (हि.स.)। विश्व में कोविड-19 महामारी के बीच कुछ खबरें राहत देने वाली है, इनमें सिंगल डोज की स्पूतनिक लाइट वैक्सीन को रूस सरकार से मंजूरी मिलना है। यह वैक्सीन 79.4% असरदार है। इससे पहले जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने सिंगल डोज कोविड वैक्सीन बनाई है और उसके ट्रालय जारी हैं।

जानकारी के अनुसार रूस ने कोविड-19 सिंगल डोज वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल कर ली है। यह उसी स्पुतनिक फैमिली की नई वैक्सीन है, जिसका अभी यूरोप और अमेरिका को छोड़कर दुनिया के 60 देशों में इस्तेमाल हो रहा है। वहीं भारत भी भारत भी स्पुतनिक वी को आपात परिस्थितयों के लिए मंजूरी दे चुका है और 1 मई को इसकी पहली खेप भारत आ चुकी है।  

मॉस्को के गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा स्पुतनिक लाइट को तैयार किया गया है। इसे रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने वित्तीय सहायता प्रदान की है। आरडीआईएफ के सीईओ किरिल दिमित्रिएव ने गुरुवार को बताया कि दुनियाभर में इसकी कीमत 10 डॉलर (करीब 730 रुपए) से कम रहेगी। ज्ञात रहे कि स्पुतनिक-V के निर्माण में आरडीआईएफ ने वित्तीय सहायता प्रदान की थी।

स्पुतनिक लाइट वैक्सीन को 3 फेज के ट्रायल में 7000 लोगों को शामिल किया गया। यह रूस, यूएई और घाना में हुआ था। नतीजों में पाया गया कि यह वैक्सीन वायरस के सभी नए स्ट्रेन पर असरदार है और यह डबल डोज वैक्सीन से अधिक असरदार है।

वैक्सीन के फायदे

यह 79.4 फीसदी असरदार है। वैक्सीन लगवाने वाले सभी लोगों में 10 दिन बाद ही एंटीबॉडीज 40 गुना तक बढ़ जाती है। वैक्सीन लगवाने वाले सभी लोगों में कोरोना वायरस के S-प्रोटीन के खिलाफ इम्यून रिस्पॉन्स डेवलप हुआ। इस वैक्सीन के सिंगल डोज होने की वजह से बड़ी आबादी वाले देशों में वैक्सीनेशन रेट बढ़ाया जा सकेगा। जिन लोगों को पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है, ये वैक्सीन उन पर भी असरदार है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *