लखनऊ, 07 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा सुरक्षित पंचायत चुनाव संपन्न कराने के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार के विरुद्ध विपक्षी दलों के हमले तेज हो गए।
कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सत्तारूढ़ दल भाजपा पर पंचायत चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में उसने जिस तरह से धांधली की है वैसा कभी नही हुआ। यह ऐतिहासिक सच है कि सत्तारूढ़ भाजपा धांधली के बाद भी अपने निर्लज्ज दावे पर खड़ी होने का दिखावा कर रही है। अपना जमीनी आधार खो चुकी भाजपा ने सत्ता के बल पर पंचायत चुनाव में लगभग सभी जनपदों में धांधली कर अपने समर्थित उम्मीदवारों को अनेकों सीट पर जिला पंचायत सदस्य की विजय का प्रमाणपत्र दिलवा दिया।
उन्होंने मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के जिला पंचायत वार्ड संख्या 45, 60 व 61 का उदाहरण दिया और कहा कि जिस तरह पहले जबरन अपने समर्थित उम्मीदवार के पक्ष में परिणाम घोषित कराया, उसकी प्रतिक्रिया भी जनता ने अपना आक्रोश व्यक्त कर दी और भाजपा को जनदबाव में विजेता उम्मीदवारों के पक्ष में परिणाम घोषित करने के लिये मजबूर होना पड़ा। यह भाजपा की धांधली साबित करने के लिये पर्याप्त है।
उत्तर प्रदेश की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बसपा की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद जिस प्रकार से राजनीतिक हिंसा झड़प आगजनी एवं आपराधिक घटनाएं लगातार हो रही है। यह अति दुखद और अति चिंताजनक है। बसपा की मांग है कि राज्य सरकार को इस मामले में गंभीर हो के तत्काल आवश्यक कदम उठाने की सख्त जरूरत है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पंचायत चुनाव में प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को नकार दिया है। अपनी हार से मुख्यमंत्री बौखलाए है, उन्होंने सत्ता का दुरूपयोग करते हुए अफसरों के जरिये कई जनपदों में सपा समर्थित जीते हुए प्रत्याशियों को धांधली करा हराया है। भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है। 2022 में इसका जवाब जनता देगी।