जोधपुर, 06 मई (हि.स.)। जोधपुर रेल मंडल के जोधपुर स्थित मंडल अस्पताल में कोविड 19 की दूसरी लहर को देखते हुए ऑक्सीजन प्लांट का परीक्षण शुरु हो गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक आनन्द प्रकाश द्वारा बेहतर प्रबन्धन के लिए मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय को रेलवे अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के निर्देश दिए थे। रेलवे अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट रिकार्ड समय में आने तथा उसको स्थापित करने के बाद भी उसमें इस्तेमाल किया जाने वाला जियोलाइट केमिकल उपलब्ध नहीं हो पा रहा था।
मंडल रेल प्रबन्धक गीतिका पाण्डेय ने इस संबंध में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से भी मदद की मांग की जिनके प्रयास से रेलवे अस्पताल जोधपुर को केमिकल प्राप्त हुआ। गुरुवार को उत्तर पश्चिम रेलवे में सबसे पहला ऑक्सीजन प्लॉट स्थापित किया गया। जिसका परीक्षण होने के पश्चात इसे शुरु किया जाएगा। रेलवे अस्पताल जोधपुर में 250 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट से पाइप लाइन के जरिये 25 वर्तमान ऑक्सीजन पोर्ट पर ही ऑक्सीजन सप्लाई की जा सकेगी। फिलहाल रेलवे अस्पताल में 55 बेड पर ऑक्सीजन की आवश्यकता महसूस की जा रही है। ऐसे में अभी 30 बेड पर वर्तमान व्यवस्था अनुसार सिलेन्डर के माध्यम से ही ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी।
मंडल रेल प्रबन्धक गीतिका पाण्डेय द्वारा रेलवे कर्मचारियों और उनके परिजनों के रेलवे अस्पताल में कोविड 19 के इलाज के लिए राज्य सरकार, जोधपुर आयुक्त राजेश शर्मा और जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह से मांग करने पर लगातार सहायता प्रदान की जा रही है। अपर मंडल रेल प्रबंधक जीआर कुमावत ने बताया कि मंडल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने के लिये सभी विभागों ने शीघ्रता से कार्य करते हुए मशीनरी को उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्लांट के लिये शेड़ और सीमेंट के प्लेटफार्म का कार्य भी 5 दिन के रिकार्ड समय में मशीनरी आने से पहले ही तैयार कर लिया गया, जिससे प्लांट की मशीनरी आने के बाद उसे शीघ्रता से लगाने में बहुत कम समय लगा।