भोपाल, 03 मई (हि.स.)। प्रदेश में अब कोरोना का शिकार होने वाले अधिमान्य पत्रकारों या उनके परिजनों को भी वैसी ही सुविधाएं मिलेंगी, जैसी फ्रंट लाइन वर्कर्स को मिलती हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस संबंध में घोषणा कर दी है।
कोरोना संकट के दौरान बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी, पत्रकार वायरस की चपेट में आ रहे हैं और इनमें से कई को अपनी जान गवांनी पड़ी है। इस स्थिति को देखते हुए अनेक पत्रकार संगठनों की तरफ से पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किए जाने की मांग की जा रही थी। विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी इसके लिए मांग करती रही है। पत्रकारों और मीडिया संघों की इस मांग को मानते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किया है। सरकार के इस निर्णय की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने सोशल मीडिया पर लिखा है- हमारे पत्रकार मित्र कोविड के खतरनाक काल में अपनी जान जोखिम में डाल कर अपने धर्म का निर्वाह कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में सभी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को हमने फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करने का फैसला किया है।