पार्टी के साथ-साथ शिक्षा व मीडिया जगत से मधुर थे रिश्ते
कानपुर, 03 मई (हि.स.)। एक दशक से अधिक समय से उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉ. मनोज मिश्रा ने सोमवार को एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना पर पार्टी के कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ पड़ी। कोरोना काल को देखते हुए सोशल मीडिया में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
मूल रूप से फर्रुखाबाद जनपद के सिरसा निवासी डॉ. मनोज मिश्रा करीब तीन दशक पहले कानपुर आये थे। यहां उनका चयन डीएवी कालेज में भौतिक शास्त्र में प्रवक्ता के पद पर हुआ था और विकास नगर में अपना निवास बनाया था। कॉलेज में अध्यापन कार्य के साथ संघ परिवार से जुड़ गये और भाजपा के वरिष्ठ नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी और रामप्रकाश त्रिपाठी के संपर्क में आकर पार्टी ज्वाइन की। युवा मोर्चा से लेकर कई फ्रंटल संगठनों में भी जिम्मेदारी निभा चुके थे। पार्टी की बात को बेहतर ढंग से रखने और मीडिया में मधुर संबंध होने के चलते पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी के कार्यकाल के दौरान प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी। इसके बाद से केशव प्रसाद मौर्य, महेन्द्र नाथ पाण्डेय और वर्तमान में स्वतंत्र देव सिंह के प्रदेश अध्यक्ष रहते प्रदेश प्रवक्ता की बराबर जिम्मेदारी निभाते आ रहे थे।
बीते कई माह से शुगर और ब्लड प्रेशर सहित कई गंभीर रोगों से ग्रसित थे और एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार को उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली और उनके निधन पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके चाहने वाले विकास नगर स्थित आवास पहुंच रहे हैं और सोशल मीडिया में भी उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। परिवार में बेटा, बहू और पत्नी हैं और बेटी की शादी हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कानपुर बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, क्षेत्रीय सह मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
