-जब अपने हुए पराए तो यूपी पुलिस बनी मसीहा
लखनऊ, 01 मई (हि.स.)। जहां एक तरफ कोरोना वायरस ने रिश्तों को कमजोर कर दिया, वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ऐसे समय में मानवता का धर्म निभा रही है। मुख्यमंत्री योगी के साफ निर्देश हैं कि जिन लोगों की मदद के लिए उनके अपनों ने मुंह मोड़ लिया है, उनकी मदद के लिए उत्तर प्रदेश सरकार है। उप्र के सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज में मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस ने एक बार फिर संवेदनशीलता दिखाते हुए 18 घंटों से पड़े शव का अंतिम संस्कार करवाया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए मामले के बाद मुख्यमंत्री योगी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मृतक चंद्र शेखर का अंतिम संस्कार कराया। चंद्र शेखर बीते कई दिनों से बीमार चल रहा था। शुक्रवार को चंद्र शेखर की हालत अचानक बिगड़ गई, इसके बाद उसकी मौत हो गई।
गांव वालों को जब चंद्र शेखर के मौत की खबर मिली तो कोरोना के डर से कोई भी व्यक्ति शव का दाह संस्कार करने और कंधा देने को तैयार नहीं था। ऐसे में सोशल मीडिया के माध्यम से जब इसकी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को मिली तो तत्काल सीएम योगी के आदेश पर एसपी सिद्धार्थनगर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तत्काल धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार की समस्त प्रक्रिया को पूरा कर शव को कंधा दिया और शव का दाह संस्कार कराया।
इससे पहले जौनपुर, लखनऊ, नोएडा जैसे जिलो से तमाम ऐसे मामले आए जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपना बनकर लोगों के शवों को कंधा दिया और उनका अंतिम संस्कार कराया है। दो दिन पहले राजधानी लखनऊ में भी उप्र पुलिस ने एक पत्रकार का अंतिम संस्कार कराया था।