-पहले चरण में 85 फीसदी हितग्राहियों के लगे टीके, 46 फीसदी को लगा दूसरा डोज
भोपाल, 28 फरवरी (हि.स.)। कोविड-टीकाकरण के प्रथम चरण में मध्यप्रदेश में 6.51 लाख हेल्थ केयर एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स को संयुक्त रूप से प्रथम डोज का दिया गया है। यह कुल चिन्हित हितग्राहियों का 85 फीसदी है। इनमें से 1.60 लाख यानी 46 फीसदी हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना का दूसरा डोज दिया जा चुका है। प्रथम चरण में मध्यप्रदेश टीकाकरण के मामले में दूसरे स्थान पर है। यह जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोविड-वैक्सिनेशन का दूसरा चरण सोमवार, 01 मार्च से शुरू हो रहा है। इसमें प्रदेश के 186 चिन्हित अस्पतालों में 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके साथ ही इस चरण में 45 से 59 वर्ष के ऐसे नागरिकों का का टीकाकरण भी किया जाएगा, जो स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अधिसूचित 20 प्रकार की कोमार्विड डिसीज से पीड़ित हैं और निर्धारित प्रारूप में मेडिकल काउसिंल ऑफ इंडिया द्वारा पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर्स द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके अलावा पहले चरण के ऐसे हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स भी टीका लगवा सकेंगे, जो किसी कारणवश पहले चरण में पंजीयन नहीं करा सके और टीकाकरण से छूट गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि दूसरे चरण में मध्यप्रदेश के 186 अस्पतालों में टीकाकरण की सुविधा रहेगी, जिनमें प्रदेश के सभी 51 जिला अस्पताल, 84 सिविल अस्पताल, 13 सरकारी महाविद्यालय के अलावा तीन निजी महाविद्यालय और 35 निजी अस्पताल शामिल हैं। सरकारी अस्पताल में टीका निशुल्क लगाया जाएगा, जबकि निजी अस्पताल में 250 रुपये शुल्क लिया जाएगा। इसमें 100 रुपये सर्विस चार्ज और 150 रुपये डोज की कीमत शामिल है। इस चरण में प्रदेश के 71.62 लाख नागरिकों को टाकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के लिए मध्यप्रदेश को 16.63 लाख वैक्सीन डोज का आवंटन किया गया है, जिसमें से 7 लाख डोज प्रदेश को प्राप्त हो चुके हैं।