शिमला, 26 फरवरी (हि.स.)। जिले के ननखड़ी इलाके में भीषण अग्निकांड हुआ है। गुरुवार शाम अड्डू गांव में अचानक आग लगने से चार घर राख हो गए। गांव में स्थित एक मंदिर भी आग की भेंट चढ़ गया।
आगजनी में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन एक दर्जन परिवार बेघर हुए हैं। प्रशासन की तरफ से प्रभावितों के रहने व खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। इन्हें 48,000 की आर्थिक मदद भी प्रदान की गई है। आग लगने का कारण सामने नहीं आ पाया है।
आग लगने से गांव में हड़कंप मच गया। लकड़ी के बने मकानों में आग तेज़ी से फैली। इनमें रह रहे लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। पशुशालाओं से मवेशियों को सुरक्षित निकालने में ग्रामीण कामयाब रहे।
सूचना पाकर ननखड़ी थाना की पुलिस टीम और ठियोग, कुमारसेन और रामपुर से तीन फायर ब्रिगेड वाहन भी घटना स्थल पर पहुंचे। आग बुझाने के लिए की जा रही ग्रामीणों की कोशिश और दमकल गाड़ी के पानी की बौछार ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। लेकिन चार मकानों को जलने से नहीं रोक पाए। देखते ही देखते इन परिवारों के लोग सड़क पर आ गए। आग इतनी भयानक थी कि इसपर काबू पाने में 4-5 घण्टे लग गए। आग बुझाने का कार्य रातभर जारी रहा।
रामपुर के एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने शुक्रवार सुबह बताया कि आगजनी में चार मकान राख हुए हैं। जिनमे 41 कमरे थे। आग की भेंट चढ़ा एक तीन मंजिला मकान के 22 कमरे भी खाक हो गए। घटना में डेढ़ करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि अग्निकांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। 12 परिवार प्रभावित हुए हैं। इनके रहने की गांव में ही व्यवस्था की गई है। प्रभावित परिवारों को 48 हज़ार रुपये की फौरी राहत प्रदान की गई है।
उधर, डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने बताया कि ननखड़ी पुलिस मामला दर्ज कर आगजनी के कारणों की पड़ताल कर रही है।