बेगूसराय, 26 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय पुनरुत्थान के लिए प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक संपूर्ण शिक्षा को भारतीय मूल्यों पर आधारित, भारतीय संस्कृति की जड़ों से पोषित और भारत केंद्रित बनाने के लिए नीति, पाठ्यक्रम तथा पद्धति में भारतीयता लाने के लिए आवश्यक अनुसंधान, प्रबोधन, प्रशिक्षण, प्रकाशन और संगठन के ध्येय वाक्य वाला भारतीय शिक्षण मंडल तेजी से संगठन विस्तार कर रहा है।
इसी कड़ी में बेगूसराय जिला में भी भारतीय शिक्षण मंडल के जिला इकाई की घोषणा की गई है। जिसमें जिला संरक्षक का दायित्व वरिष्ठ शिक्षक मिलन कुमार को दिया गया है। जबकि, विद्यार्थी परिषद के पूर्व कार्यकर्ता अविनाश शास्त्री को जिला मंत्री, सौरव कुमार को जिला सह मंत्री एवं महिलाओं के बीच भारतीय शिक्षण मंडल की गतिविधियों को सक्रियता से आगे बढ़ाने के लिए रंजना कुमारी को महिला शिक्षा प्रकोष्ठ का प्रभारी मनोनीत किया गया है।
नीति आयोग के सदस्य एवं भारतीय शिक्षण मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत कुमार एवं विस्तारक श्रवण कुमार ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय शिक्षण मंडल की इकाई जिले के प्रोफेसर, शिक्षक एवं शिक्षाविदों के बीच शिक्षा नीति को लेकर विचार विमर्श करते हुए भारतीय परंपरा के अनुरूप राष्ट्रवादी चिंतन विकसित करते हुए कार्य करेगी। भारतीय शिक्षण मंडल नीति आयोग के साथ मिलकर भारत की शिक्षा नीति में आमूलचूल परिवर्तन करने जा रहा है।
यह नई शिक्षा नीति नहीं, भारतीय शिक्षा नीति है। इससे देश के अंदर मैकाले की सौंपी गई शिक्षा नहीं, बल्कि भारत के अंदर भारत की शिक्षा व्यवस्था लागू होगी। भारतीय शिक्षण मंडल संगठन की एक जैविक, प्रेरक, संगठित, तर्कसंगत, व्यवस्थित, नियमित और शैक्षणिक कार्यपद्धति है। इसका सप्तसूत्र है, भारतीय इतिहास दृष्टि, स्वतंत्रता का सम्यक् इतिहास, कला, साहित्य एवं विज्ञान में, शिक्षा में भारतीय मूल्य, भारतीय ज्ञानपरंपरा, शिक्षा में स्वदेशी भाव का जागरण, अल्पसंख्यक सहित सबको समान शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा का प्रसार।
जिला मंत्री अविनाश शास्त्री ने कहा कि भारतीय शिक्षण मंडल प्रत्येक प्रखंड में राष्ट्रवादी चिंतन करने वाले शिक्षकों के एक समूह निर्माण करेगी। जो देश के समसामयिक घटनाओं पर राष्ट्रवादी चिंतन के साथ साप्ताहिक परिचर्चा, वाचनालय, सेमिनार आदि का आयोजन करते हुए भारतीय शिक्षा नीति को सहज सुलभ जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेगी।