बांसवाड़ा, 26 फरवरी( हि.स.)। कहते हैं कि ज्ञान गृहण करने की कोई उम्र नहीं होती और कुछ सीखने के लिए छात्र बनना पड़ता है। इस बात को चरितार्थ कर दिखाया है गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय बांसवाड़ा के कुलपति प्रो आई. वी. त्रिवेदी ने। जिन्होंने वेद विद्यापीठ की ओर से प्रारंभ की गई कक्षा में स्वयं को एक छात्र के रूप में पंजीकृत कराया है।
वेद विद्यापीठ के सचिव विशेष पंड्या ने बताया कि गुरु जनजाति विश्वविद्यालय की ओर से संचालित वेद विद्यापीठ में देशभर के करीब 1700 लोगों ने पंजीकरण कराया है, जिसकी विधिवत शुरुआत बांसवाड़ा के हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय में हुई। वेद विद्यापीठ द्वारा योग, कर्मकांड, संस्कृत, ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र विषय की कक्षाएं प्रारंभ की गई हैं। वेद विद्यापीठ की ओर से छात्रों को इन विषयों में पारंगत करने के लिए विषयों के ज्ञाताओं को फैकल्टी के रूप में नियुक्त किया है। यह विशेषज्ञ पूरी तरह से विधि विधान के साथ छात्रों को वेदों का ज्ञान देंगे। वागड़ क्षेत्र में वेदों के सरंक्षण की संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने बजट में 25 करोड़ रुपये की घोषणा भी की है।