कराची, 26 फरवरी (हि.स.)। पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल पर लगे 18 महीने के प्रतिबंध को खेल विवादों को सुलझाने वाली सबसे बड़ी संस्था कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (कैस) ने घटाकर एक साल का कर दिया है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पिछले साल उमर पर 3 साल का प्रतिबंध लगाया था, जो 20 फरवरी 2020 से शुरू हुआ था। इसके बाद बोर्ड के स्वतंत्र अधिनिर्णायक और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज (सेवानिवृत) फकीर मोहम्मद ने 29 जुलाई को उमर का प्रतिबंध घटाकर 18 महीने कर दिया था।
चूकि उमर ने 12 महीनों की अवधि पूरी कर ली है और अब वह क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें करीब 42.5 लाख पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना भरना होगा और साथ ही पीसीबी के एंटी-करप्शन कोड के तहत रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
गौरतलब है कि अकमल को पीसीबी ने पिछले साल पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) से ठीक पहले अंतरिम रूप से निलंबित कर दिया था और पीएसएल में खेलने पर रोक लगा दी गई थी। उमर पर आरोप था कि उन्होंने पीएसएल से पहले सट्टेबाजों ने उनसे संपर्क साधा था, जिसकी पूरी जानकारी उमर ने पीसीबी या इसकी एंटी करप्शन यूनिट को नहीं दी थी।
एंटी-करप्शन गाइडलाइन के उल्लंघन का दोषी पाते हुए पीसीबी ने 27 अप्रैल 2020 को उमर पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया था। उमर ने पाकिस्तान के लिए 16 टेस्ट मैच खेले हैं और 1003 रन बनाए हैं। जिसमें एक शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, 121 एकदिवसीय मैचों में उमर के नाम 3194 रन हैं, जिसमें 2 शतक और 20 अर्धशतक हैं। वहीं उमर ने पाकिस्तान के लिए 84 टी20 मैच भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने 8 अर्धशतक की बदौलत 1690 रन बनाये हैं।