अगरतला, 20 फरवरी (हि.स.) । विधानसभा चुनावों में तिपरालैंड का वादा एक जुमला था, लोग आज इसे समझते हैं। अब लोग ये भी समझेंगे कि ग्रेटर तिपरालैंड उससे भी बड़ा जुमला होगा। आईपीएफटी और टीआईपीआरए (तिपरा) के बीच गठबंधन को लेकर शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिजन धर ने कुछ इस तरह से निशाना साधा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, राज्य में अब जो स्थिति है, हमें देखना होगा कि कौन किसे नचा रहा है।
वाम मोर्चा के नेताओं ने एडीसी चुनावों की तैयारी को लेकर राज्य चुनाव आयोग के साथ बैठक की है। उन्होंने त्रिपुरा में लोकतंत्र की बहाली और निष्पक्ष चुनावी माहौल की मांग की। बिजन ने कहा, हमने हमेशा जाति और जनजातियों की एकता पर जोर दिया है। हम त्रिपुरा में शांति और सद्भाव चाहते हैं। हालांकि, लोग 2018 के विधानसभा चुनावों में मोहग्रस्त हो गए थे और सरकार बदल दी। आज सभी उस गलती को समझे रहे हैं।
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, अब तक तिपरालैंड का दावा त्रिपुरा तक ही सीमित था। लेकिन, अब उस मांग को वो लोग चकलारोशनबाद तक फैलाना चाहते हैं। उसमें हमें देखना होगा कि कौन किसे नचा रहा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन बिगड़ रहा है। इसलिए, वे चाहते हैं कि पहाड़ी चुनावों में और अधिक मजबूत मंच बनाया जाए। लेकिन, विधानसभा चुनावों में तिपरालैंड का वादा जुमला था लोग अब ये समझ गए हैं। बीजन धर ने दावा किया कि ग्रेटर तिपरालैंड उससे भी बड़ा जुमला होगा, लोग इसे भी समझेंगे।