-प्रद्युत ने तीनों दलों को एकजुट कर मिज़ोरम के ममिथ जिला से बांग्लादेश के कोमिला और खागराछरी को जोड़ने का दिया संदेश
अगरतला, 19 फरवरी (हि.स.)। त्रिपुरा के शाही परिवार के एक सदस्य प्रद्युत किशोर देबबर्मन ने शुक्रवार को अपनी पार्टी तिपरा को दो अन्य राजनीतिक दलों आईपीएफटी (तिपराहा) और तिपरालैंड स्टेट पार्टी में विलय कर तिपराहा नाम दिया है। तीनों दल एडीसी चुनाव के लिए एक नई पहचान के साथ राज्यवासियों के सामने आए हैं।
प्रद्युत किशोर ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की। उनके साथ आईपीएफटी (तिपराहा) के अध्यक्ष बुधु कुमार देववर्मा और त्रिपरालैंड स्टेट पार्टी के अध्यक्ष चित्तरंजन देववर्मा भी उपस्थित थे। प्रद्युत ने साफ शब्दों में कहा, जाहिर है ग्रेटर तिपरालैंड हमारा एकमात्र लक्ष्य है। इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों के अधिकारों की प्राप्ति के लिए एक मंच बनाया जाएगा। विकास परिषद के गठन के माध्यम से आवाज को दिल्ली तक पहुंचाया जायेगा। इस मामले में, चाहे वह मिजोरम का ममिथ जिला हो या पड़ोसी देश बांग्लादेश का कोमिला जिला, खगराछरी, इससे प्रवासियों का भी एक साथ आवाज़ उठाना संभव होगा।
उन्होंने कहा, किसी विशेष जाति की मदद के लिए नई राजनीतिक पार्टी का गठन नहीं किया गया है। त्रिपुरा की सभी जनजातियों के लिए तिपराहा इंडिजिनस प्रोग्रेसिव रीजनल एलायंस उनके बारे में सोचेगा और उनके अधिकारों को स्थापित करेगा। उनके अनुसार, एडीसी चुनाव के लिए तीनों दल एक साथ आए हैं। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि चुनाव के बाद भी संबंध बरकरार रहेंगे।
प्रद्युत के अनुसार, ग्रेटर तिपरालैंड का समर्थन करने से तिपराहा किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार है। इस मामले में, राष्ट्रीय दलों को लिखित रूप में गठबंधन का प्रस्ताव देना होगा। उन्होंने कहा अगर सीपीएम ग्रेटर तिपरालैंड का समर्थन करती है, तो उनके साथ भी गठबंधन पर कोई आपत्ति नहीं है। प्रद्युत ने साफ कहा, न तो भाजपा और न ही कांग्रेस, इन दोनों पार्टियों से गठबंधन में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, केवल लिखित प्रस्ताव मिलने पर तिपराहा अपना हाथ आगे बढ़ाएगा।
प्रद्युत ने बार-बार आज यह स्पष्ट करने की कोशिश की कि ग्रेटर तिपरालैंड का मतलब चुनाव जीतना या अलग राज्य गठन करना नहीं है। अधिकारों की प्राप्ति के लिए एक मंच के तौर पर विकास परिषद के रूप में ग्रेटर तिपरालैंड का गठन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगर तिपराहा एडीसी चुनाव जीतता है, तो पहला काम स्व-शासीत जिला परिषद विकास परिषद के गठन का प्रस्ताव करेगा। यह निश्चित रूप से, मिजोरम के ममित जिला और पड़ोसी देश बांग्लादेश के खगराछरी, कोमिला को लेकर चकला रोशनाबाद को शामिल करेगा। उन्होंने दृढ़ता से कहा, तिपराहा किसी एक के लिए नहीं सोचेगा।