नई दिल्ली, 13 फरवरी (हि.स.)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘डूम्सडे मैन’ (नाश करने वाला व्यक्ति) की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्होंने झूठे कथानक तैयार कर देश की छवि खराब करने की कोशिश की है। सीतारमण ने कहा कि उनकी अपेक्षा थी कि राहुल गांधी सदन में सकारात्मक चर्चा करते।
वित्त मंत्री सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में बजट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए अंत में कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी के बयान का विशेष जिक्र किया। सीतारमण ने बजट की बजाय किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने को लेकर राहुल गांधी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अच्छा होता की राहुल गांधी बजट और कृषि कानूनों की कमियां बताते।
वित्त मंत्री ने राहुल गांधी और कांग्रेस से किसान आंदोलन से संबंधित 10 बड़े सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि सदन में कृषि कानूनों का समर्थन करने के बावजूद पार्टी ने इस पर अपना रुख क्यों बदला। उन्होंने पूछा की कांग्रेस शासित राज्यों में किसानों के कर्जे माफ क्यों नहीं किए गए और उन्हें पराली जलाने पर लगी रोक से जुड़ी राहत क्यों नहीं दी गई।
सीतारमण ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी संवैधानिक संस्थाओं और संवैधानिक पदों की गरिमा को सम्मान नहीं देते और लगातार फर्जी कथानक तैयार कर भारत का अपमान करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के नेता होने के बावजूद राहुल विभाजनकारी ताकतों के साथ मिलकर राजनीति करते रहते हैं। उनकी अपेक्षा थी कि वह कृषि कानूनों की कमियां बताते।
सीतारमण ने कहा कि अच्छा होता की राहुल कहते कि छोटे किसानों की जमीन लौटाई जाएगी। वह कहते की मनमोहन सिंह के कृषि सुधारों के पक्ष में दिए बयान से वह असहमत हैं। वह यह बताते कि कैसे कृषि मंडियां नए कानून आने के बाद बंद हो जाएंगी या हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने शुक्रवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा था कि सरकार धन कुबैरों के लिए काम कर रही है।