आईएसएल-7 : चेन्नइयन के पास अंतिम मौका, गोवा प्लेआफ के लिए अपनी स्थिति मजबूत करना चाहेगी

गोवा, 13 फरवरी (हि.स.)। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में चेन्नइयन एफसी अब तक मिले मौकों को भुना नहीं पाई है और अब उसके पास इस सीजन के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए अंतिम मौका है। दो बार की चैम्पियन चेन्नइयन को शनिवार को बोम्बोलिम के जीएमसी स्टेडियम में एफसी गोवा का सामना करना है।

चेन्नइयन अगर गोवा के खिलाफ जीतती भी है तो क्वालीफाई करने के लिए उसे अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर रहना पड़ेगा। लेकिन कोच कसाबा लाजलो जानते हैं कि उनकी पूरी टीम ऐसा कर सकती है और अब टीम को अपने बचे हुए सभी मैच जीतने होंगे।

लाजलो ने कहा, “जमशेदपुर के खिलाफ हमारे पास जीत का बड़ा मौका था। उन्होंने केवल एक ही टारगेट पर लगाए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश हम आत्मघाती गोल खा बैठे और मैच के अंतिम समय में हमें हार झेलनी पड़ी। यह बेहद दर्दनाक था क्योंकि हमारे पास स्कोर करने और मैच जीतने का अच्छा मौका था। लेकिन अब हमें अगले तीन मैचों पर अपना ध्यान लगाना होगा। हमारे लिए गोवा के खिलाफ यह जरूरी है कि हम अपने क्लब के लिए खेलें और यह दिखाए कि हम अभी भी एक अच्छी टीम है।”

चेन्नइयन लीग में शॉट के मामले में दूसरे नंबर पर और मौके बनाने के मामले में तीसरे नंबर पर है। लेकिन इसके बावजूद टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। टीम ने अपने अब तक के 17 मैचों में से 10 में कोई गोल नहीं किया है।

दूसरी तरफ, गोवा के नाम अब तक केवल दो ही क्लीन शीट है। कोच जुआन फेरांडो का लक्ष्य टीम को जीत दिलाना और प्लेआफ की तरफ अपनी स्थिति मजबूत करना है क्योंकि टीम के पास अब केवल तीन ही मैच बचे हैं। गोवा को अपने पिछले मैच में मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ 3-3 से ड्रॉ खेलना पड़ा था।

फेरांडो ने कहा, “यह टीम कड़ी मेहनत और ट्रेनिंग कर रही है। सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि उनके पास एक मजबूत व्यक्तित्व है और वे सभी मैच जीतना चाहते हैं। मैं बहुत खुश हूं क्योंकि जब स्कोर अच्छा नहीं होता है या जब हम मुश्किल में होते हैं, तो वे एक मजबूत मानसिकता का परिचय देते हैं।”

चेन्नइयन रिवर्स मुकाबले में गोवा को हरा चुकी है। लेकिन फेरांडो का कहना है कि उस परिणाम का शनिवार को होने वाले मैच पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, “मुझे याद है (पहले मैच में) चेन्नइयन के खिलाफ, हमारे पास मैच की तैयारी के लिए केवल दो दिन थे। टीम बहुत थक गई थी। अब खिलाड़ी थक सकते हैं लेकिन मानसिकता बिलकुल अलग है। हम अब और अधिक तैयार हैं। कभी-कभी बदलाव में हमारे साथ गलती हो जाती है, लेकिन पिछले कुछ मैचों से यह बेहतर है।”

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