भूकंप के तेज झटकों से कांपा समूचा आधा देश

  • तजाकिस्तान में था केंद्र, रिक्टर स्केल पर मापी गई 6.3 तीव्रता
  • भूकंप प्रभावित किसी भी राज्य से नुकसान की सूचना नहीं
  • सिर्फ तजाकिस्तान में भूकंप आया, अमृतसर में नहीं

नई दिल्ली, 12 फरवरी (हि.स.)। तजाकिस्तान में शुक्रवार को देर रात 10.31 बजे आये 6.3 तीव्रता के भूकंप ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर समेत समूचे उत्तर भारत को हिलाकर रख दिय आए। भूकंप के तेज झटकों से दहशत फ़ैल गई और लोग घरों से बाहर निकल आये। शुरुआत में तजाकिस्तान और अमृतसर में एक साथ दो मिनट के अन्दर दो भूकंप आने की खबर फैली लेकिन बाद में नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने सिर्फ तजाकिस्तान में भूकंप आने की पुष्टि की।

देर रात जिस समय लोग घरों में सोने की तैयारी में थे या कुछ लोग खाने की तैयारी कर रहे थे, तभी भूकंप के झटकों ने लोगों को सहमा दिया। सड़कों पर वाहन चला रहे लोग भी रूक गए। शुरुआत में पंजाब के अमृतसर के पास 10.34 बजे भूकंप आने की खबर प्रसारित हुई जिसमें नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी ने अमृतसर में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 बताई गई। इसी के साथ ताजिकिस्तान में 10.31 बजे रिक्टर स्केल पर 6.3 भूकंप के आने की भी जानकारी प्रसारित हुई।

कुल मिलकर एक साथ दो भूकंप आने की खबर के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल के चंबा, डलहौजी, ऊना व अन्य इलाकों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के बाद दिल्ली-एनसीआर में लोग घरों से बाहर आ गए. हाईराइज सोसाटियों में भूकंप का दहशत साफ देखा गया। हरियाणा के जींद और अंबाला में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग के साथ-साथ चमोली में भूकंप से धरती कांपी। हालांकि भूकंप प्रभावित किसी भी राज्य से किसी भी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।

इसके बाद नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने पुष्टि की कि शुक्रवार रात 10.31 मिनट पर आये भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान में था जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.3 मापी गई। इसकी गहराई 74 किलोमीटर थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने यह भी स्पष्ट किया कि सिर्फ तजाकिस्तान में भूकंप आया है अमृतसर में नहीं।तजाकिस्तान में आये भूकंप का ही असर आधे देश में हुआ है।

शिमला की धरती हिली
भूकम्प के झटके से रात लगभग 10:34 बजे कुछ सेकंड के लिए शिमला की धरती हिली जिससे लोगों में हडक़म्प मच गया। झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आये। हालांकि भूकम्प से शिमला व आसपास के इलाकों में किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह के अनुसार भूकम्प की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई और इसका केंद्र पंजाब के अमृतसर में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे रहा। मनमोहन सिंह ने कहा कि शिमला व सोलन सहित हिमाचल के विभिन्न इलाकों में भूकंप के तेज झटके लगे लेकिन कहीं से भी जान-माल के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है।

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