बजट सत्र : राज्यपाल ने विधानसभा में पहली बार किया संविधान की प्रस्तावना का पठन

जयपुर, 10 फरवरी (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण से हुई। राज्यपाल मिश्र ने अभिभाषण से पहले विधानसभा में संविधान की प्रस्तावना तथा मूल कर्तव्यों को पढ़ा। सभी विधायकों ने इसे दोहराया। विधायकों को संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों के पालन की शपथ दिलाने के बाद राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ना शुरू किया। अभिभाषण के दौरान तीनों केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के विरोध में माकपा सदस्य बलवान पूनिया ने हंगामा शुरू कर दिया। बलवान वेल में आकर हंगामा करते रहे और राज्यपाल अभिभाषण पढ़ते रहे।

राज्यपाल के अभिभाषण की शुरुआत में कोरोना मैनेजमेंट और कोरोना काल में किए गए कामकाज का जिक्र रहा। अभिभाषण में कोरोना काल में हुए कार्यों का दो पेज में जिक्र किया गया। केंद्रीय कृषि कानूनों को बाईपास करने के लिए बनाए गए राज्य के तीन कृषि बिलों का भी अभिभाषण में जिक्र हुआ। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन दोपहर साढ़े 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। राज्यपाल ने इस बार अभिभाषण की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना पढ़कर की। यह पहली बार हुआ है।

बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा विधानसभा की कार्रवाई में भाग लेने के लिए ट्रैक्टर चलाकर पहुंचीं। पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। पुलिस को देखकर विधायक ने ट्रैक्टर की स्टेयरिंग ड्राइवर को थमा दी।

बजट सत्र का कामकाज तय करने के लिए बुधवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद स्पीकर सीपी जोशी की अध्यक्षता में विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति की बैठक होगी। बैठक में बजट की तारीख और बजट सत्र का कामकाज तय होगा। सरकार की तैयारी 17 फरवरी को बजट पेश करने की है। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में चार दिन बहस होगी, चौथे दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहस का जवाब देंगे।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुधवार शाम मुख्यमंत्री निवास पर होगी। बैठक में सभी कांग्रेस एवं समर्थक निर्दलीय विधायकों को बुलाया गया है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हमलों का जवाब देने की रणनीति पर मंथन होगा। मंत्रियों और विधायकों को पूरी तैयारी करके सदन में आने के लिए कहा जाएगा।

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