-परिजन व स्थानीय लोगों ने तस्करी में शामिल होने से किया इंकार
अगरतला, 01 फरवरी (हि.स.)। त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी में संलिप्त एक युवक की सीमा सुरक्षा बल (सीसुब) द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर चलाई गयी गोली में मौत हो गई। सीसुब का दावा है कि पशु तस्करों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया था। इस हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। जवान को अपनी आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी जिसकी वजह से जसीम मियां (24) नामक तस्कर की मौत हो गई। हालांकि, जसीम मियां के परिजनों का दावा है कि उसके पिता की सीसुब ने पिटाई किया था, जिसका उसने विरोध किया था। इसके चलते ही सीसुब ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
मृतक के परिवार वालों और स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर सड़क अवरुद्ध कर दिया। यह घटना दक्षिण त्रिपुरा जिला के बलोनिया पुलिस स्टेशन के तहत ऋषिमुख ब्लॉक के तहत देबीपुर सीमा क्षेत्र में हुई। इस घटना को लेकर इलाके में भारी पुलिस और टीएसआर के जवानों को तैनात किया गया है।
इस संबंध में पुलिस अधिकारी मिहिर दत्त ने कहा कि सीमा पर पशु तस्करी को लेकर व्याप्त तनाव के चलते बीएसएफ ने गोलीबारी की। इसमें एक युवक की मौत हो गई। उन्होंने सीसुब के हवाले से कहा कि बांग्लादेश और त्रिपुरा के तस्कर सोमवार को देबीपुर सीमा पर पशुओं की तस्करी में लिप्त थे। इसी दौरान सीसुब के जवान उन्हें रोकने की कोशिश की। तस्कर सीसुब के जवानों से भिड़ गए। अंततः सीसुब के जवान को अपनी आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। गोली लगने से जसीम मियां गंभीर रूप से घायल हो गया। युवक को पहले ऋषिमुख अस्पताल ले जाया, जहां से उसे बिलोनिया अस्पताल भेज दिया गया। बाद में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हालांकि, मृतक के परिवार ने दावा किया है कि पुलिस और बीएसएफ का यह बयान पूरी तरह से गलत है। मृतक के पिता खलीक मियां ने दावा किया कि हमारा तस्करी से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि जब वह सोमवार को बागीचे में जा रहे थे तो सीसुब ने उन्हें रोका और पीटा। इस खबर को सुनकर पास के जमीन पर क्रिकेट खेल रहा लड़का दौड़कर आया और सीसुब जवानों से बहस करने लगा। इसके बाद सीसुब के जवानों ने उसे गोली मार दी। मृत युवक कॉलेज में पढ़ रहा था।
इस बीच स्थानीय लोगों और मृतक के परिवार ने जसीम मियां की मौत के बाद देबीपुर में सड़क अवरुद्ध कर दिया। इसको लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल और टीएसआर के जवानों को तैनात किया गया है।