वडोदरा / अहमदाबाद, 01 फरवरी (हि.स.)। यहां कोरोना वैक्सीन लेने के बाद एक सफाई कर्मचारी की मौत के बाद कोरोना वाॅरियर्स में दहशत है। हालांकि वैक्सीन से मौत होने की अभी पुष्टि नहीं हुई है। इसी बीच आज पुलिस प्रशिक्षुओं को कोरोना वैक्सीन दी गई। वैक्सीन के बाद 15 प्रशिक्षुओं ने प्रतिकूल महसूस होने की शिकायत करने पर सभी को अस्पताल में डाॅक्टरों की देखरेख में रखा गया है।
सोमवार को नगर के सयाजी अस्पताल में कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन देने के क्रम में वडोदरा पुलिस प्रशिक्षण स्कूल के पुलिस प्रशिक्षुओं काे पहला टीका लगाया गया। इन सभी ने वैक्सीन लेने के बाद तबियत बिगड़ने की शिकायत की। इस सभी को तत्काल सयाजी अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। इनमें से तीन प्रशिक्षुओं पर अधिक प्रतिकूल असर देखा गया है। इनमें से दस महिलाएं हैं। आज कोरोना वैक्सीन लेने के बाद जिन पुलिस प्रशिक्षुओं को साइड इफेक्ट हुआ है, उनमें मित्तल तांदले, राधा राठवा, लक्ष्मी ठाकोर, दीपिका मोदी, शिल्पा रबारी, आशा रबारी, आरती मिठापरा, मेघना भलगाम मिया, सरस्वती पंड्या, कविता भालिया,शिल्पा वाघेला, गौतम दुधरेजिया, सिद्धार्थ चौधरी शामिल हैं।
इसी बीच खबर मिली है कि छोटावुडपुर जिले में कोरोना वैक्सीन लेने के बाद चार आशावर्कर बहनों ने भी पेट दर्द, बुखार, घबराहट और चक्कर आने की शिकायत की है। इन सभी को डाॅक्टरों की देखरेख में रखा गया है।
सयाजी अस्पताल के नोडल अधिकारी ओबी बेलीम ने बताया कि कोरोना टीका लगने से सामान्य बुखार, पेट में दर्द या शरीर में दर्द हो सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बुखार या पेट दर्द होने पर कोरोना वैक्सीन साबित करता है कि यह आपके शरीर को सफलतापूर्वक प्रभावित कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को कोरोना वैक्सीन लेने के दो घंटे बाद एक सफाई कर्मचारी की मौत हो गई थी। सफाईकर्मी की मौत को लेकर स्थानीय प्रशासन ने साफ कर दिया कि मृतक को हृदय रोग और सांस की तकलीफ थी।
उल्लेखनीय है कि टीकाकरण के प्रथम चरण में डॉक्टरों, स्टाफ नर्सों और फिर सरकारी कर्मचारियों और सफाईकर्मियों को टीका लगाया जा रहा है। रविवार को शहर के 35 केंद्रों पर 7 हजार लोगों को टीका लगाया गया था। वडोदरा शहर में 2772 लोगों को टीका लगाया गया।