- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजकोट में एम्स की आधारशिला रखी
राजकोट/अहमदाबाद, 31 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजकोट में 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक 750 बेड के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा।पीएम मोदी ने साथ ही नया मंत्र भी दिया और कहा कि वैक्सीन आने का मतलब ये नहीं की लापरवाही बरतें, अब दवाई भी और कड़ाई भी के मंत्र से आगे बढ़ें।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस आयोजन में शामिल हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गुजराती में की। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिए आश्वासन दिया कि भारत में बहुत जल्द कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जाएगी और सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नया साल दस्तक दे रहा है। आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है। राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा। साल 2020 को एक नई नेशनल हेल्थ फेसिलिटी के साथ विदाई देना इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है। इसलिए साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है। कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं। मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना वो कितने प्रभावी तरीके से कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं। जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों। वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं। साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं। बीते दो दशकों में गुजरात में जिस प्रकार का मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हुआ है, वो बड़ी वजह है कि गुजरात कोरोना की चुनौती से बेहतर तरीके से निपट पा रहा है। एम्स राजकोट, गुजरात के हेल्थ नेटवर्क को और भी सशक्त करेगा, मजबूत करेगा।
उन्होंने कहा कि मेडिकल सेक्टर में गुजरात की सफलता के पीछे 2 दशकों का अनवरत प्रयास है, समर्पण और संकल्प है। बीते 6 सालों में इलाज और मेडिकल एजुकेशन को लेकर जिस स्केल पर काम हुआ है, उसका निश्चित लाभ गुजरात को भी मिल रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले केवल 6 एम्स तैयार थे, हमने 6 साल में 10 एम्स पर काम शुरू कर दिया है। एम्स की तर्ज पर सुपरस्पेशलिटी अस्पताल भी बनाए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। अब तक 1.5 करोड़ लोगों ने इसका लाभ उठाया है। आयुष्मान भारत योजना ने गरीबों को 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत की है। 7,000 लोगों ने देश में हर्बल केंद्र स्थापित किए हैं, जहां कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध हैं।
इस मौके पर सीएम विजय रूपानी, सांसद सीआर पाटिल और राज्यपाल देवव्रत आचार्य सहित अन्य अतिथि पहुंचे। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक मेहमानों ने भाग लिया।